
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या का मैसूरु जिले की चामुंडेश्वरी विधानसभा सीट के साथ ही बागलकोट जिले की बादामी सीट से चुनाव लडऩे की जमीन तैयार कर ली गई है। पूर्व मंत्री बीबी चिम्मनकट्टी इस सीट से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं और वे आर. गुंडुराव तथा एस.एम.कृष्णा की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। इसी वजह से वे शुरू में इसी सीट से चुनाव लडऩे की जिद पर अड़े रहे लेकिन कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष एसआर पाटिल व सिद्धरामय्या के दबाव डालने के बाद वे मान गए। उन्हें कांग्रेस की सरकार बनने पर उचित पद और उनके पुत्र को पार्टी में अहम जिम्मेदारी देने का आश्वाासन दिया गया है।
दिल्ली में हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सिद्धरामय्या को चामुंडेश्वरी व बादामी से टिकट देने पर सहमति बनी। गुरुवार को मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में हुई वरिष्ठ नेताओं की बैठक में सिद्धरामय्या की बादामी से उम्मीदवारी पर विस्तार से चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि पार्टी के तीन प्रमुख नेताओं को इस सीट पर सिद्धरामय्या की जीत सुनिश्चित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सिद्धरामय्या के बादामी से ही चुनाव लडऩे के पीछे कई कारण रहे हैं। करीब 2.१४ लाख मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में करीब 50 हजार वोट सिद्धरामय्या के कुरुबा समुदाय के हैं। इसके अलावा लिंगायत व वीरशैव समुदाय के 50 हजार, जजा वर्ग के 34 हजार, अजा वर्ग के 40 हजार, मुस्लिम समुदाय के 20 हजार तथा 30 हजार के करीब अन्य समुदाय के वोट हैं। कांग्रेस के पारंपरिक वोट बैंक के समीकरणों को देखते हुए बादामी सीट सिद्धरामय्या के लिए सुरक्षित मानी जा रही है। इससे पहले उत्तर कर्नाटक के नेताओं के प्रतिनिधि मंडल ने सिद्धरामय्या से मुलाकात की और उनसे बादामी से चुनाव लडऩे का आग्रह किया। बताया जाता है कि सिद्धू २४ अपे्रल को बादामी से नामांकन पत्र भरेंगे।
दिल्ली पहुंचे सिद्धू-परमेश्वर
बेंगलूरु. विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को बुलाई कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक होगी। इस बैठक भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी. परमेश्वर सहित पार्टी के कुछ प्रमुख नेता दिल्ली रवाना हो गए हैं।
कांग्रेस महासचिव मधुसूदन मिस्त्री की अगुवाई वाली स्क्रीनिंग कमेटी की दो दिनों तक चली बैठक में 224 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया है लेकिन एक से अधिक प्रबल दावेदारों वाली सीटों पर नाम को अंतिम रूप देने से पहले एक बार पुन: विचार किया जाएगा। इसलिए मधुसूदन मिी, मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या, प्रदेश अध्यक्ष जी. परमेश्वर, मल्लिकार्जुन खरगे, प्रचार समिति के अध्यक्ष डी.के.शिवकुमार सहित अन्य नेताओं की शाम को दिल्ली में बैठक बुलाकर एक बार पुन: विचार विमर्श किया गया। शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में होने वाली कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक में प्रत्येक क्षेत्र की तमाम जानकारी लेकर व उम्मीदवारों की जीतने की क्षमता को परखकर नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
सिद्धू के फैसले से खुश नहीं खरगे
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लडऩे का फैसला भले ही सुरक्षित खेलने के उद्देश्य से लिया हो, लेकिन उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे इस निर्णय से खुश नहीं है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता खरगे का कहना है कि वे सिद्धरामय्या के दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लडऩे के फैसले से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि ऐसा करने से राज्य के लोगों में गलत संदेश जाएगा। इससे ऐसा ध्वनित होता है मानो सिद्धरामय्या अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नहीं हैं इसलिए उन्होंने दो क्षेत्रों से लडऩे का फैसला किया है। मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या मैसूरु जिले की चामुंडेश्वरी सीट के साथ ही बागलकोट जिले की बादामी सीट से चुनाव लडऩे की योजना बना चुके हैं और कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें इसकी इजाजत भी दे दी है।
Published on:
13 Apr 2018 04:47 pm
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