30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

न्यूरोडाइवर्जेंट यात्रियों की राह होगी आसान

टर्मिनल 2 के लेवल 4 पर 080 इंटरनेशनल लाउंज के पास स्थित संवेदी कक्ष न्यूरोडाइवर्जेंट यात्रियों और संवेदी संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों के लिए तैयार किया गया है। इससे समावेशी हवाई यात्रा को भी बढ़ावा मिलेगा।

less than 1 minute read
Google source verification

- केआइए सेंसरी रूम स्थापित करने वाला पहला हवाई अड्डा

हवाई अड्डों पर चमकदार रोशनी, लगातार घोषणाएं, सुरक्षा जांच और भीड़-भाड़ वाली जगहें बहुत अधिक होती हैं और ये ऐसे कारक हैं, जो ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (एएसडी), सेंसरी प्रोसेसिंग डिसऑर्डर (एसपीडी), चिंता विकार, पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीटीएसडी) और अन्य संवेदी या मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों वाले व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।

इन चुनौतियों से निपटने के लिए शहर के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआइए) ने संवेदी कक्ष (सेंसरी रूम) शुरू किया है। देश के किसी हवाई अड्डे पर अपनी तरह का पहला सेंसरी रूम है।

बेंगलूरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआइएएल) के प्रबंध निदेशक और सीइओ हरि मरार ने कहा, हम एक समावेशी और यात्री-अनुकूल हवाई अड्डा बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। टर्मिनल 2 के लेवल 4 पर 080 इंटरनेशनल लाउंज के पास स्थित संवेदी कक्ष न्यूरोडाइवर्जेंट यात्रियों और संवेदी संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों के लिए तैयार किया गया है। इससे समावेशी हवाई यात्रा को भी बढ़ावा मिलेगा। संवेदी विनियमन और व्यावसायिक चिकित्सा में अनुसंधान से पता चलता है कि शांत, संवेदी-अनुकूल वातावरण में संक्षिप्त अवधि (15-30 मिनट) भी अभिभूत होने की भावनाओं को काफी हद तक कम कर सकती है।