
जिस स्कूल में पढ़ा वहीं किया मतदान: प्रकाश राज
बेंगलूरु. बेंगलूरु मध्य से चुनाव लड़ रहे अभिनेता प्रकाश राज ने सेंट जोसफ हाइ स्कूल में मतदान किया। प्रकाश राज ने कहा कि यह बेहद संयोग की बात है कि 41 साल बाद वे उसी स्कूल में मतदान करने आए हैं जहां वे पढ़ाई किए। वे इसी स्कूल में पढ़े और इसी स्कूल में बतौर अभिनेता पहला ड्रामा किया। उस समय देश के राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी भी मौजूद थे। इसी स्कूल में पढ़ाई करते हुए वे छात्र संघ का चुनाव लड़े और अब लोकसभा चुनावों के लिए भी मतदान करने इसी स्कूल में पहुंचे। यह बेहद रोमांचकारी
अनुभव रहा।
पहले मतदान का रोमांच: लंदन से आई साक्षी
शिवाजीनगर स्थित एक पुराने और मशहूर मतदान केंद्र पर 19 साल की साक्षी लुणावत का मतदान करना चर्चा में रहा। साक्षी लंदन में एमबीए की पढ़ाई करती हैं। जब पहली बार उनका नाम मतदाता सूची से जुड़ा तो उनकी मां ने उन्हें मतदान के लिए बुला लिया। साक्षी ने कहा मतदान करने का अनुभव रोमांचित करने वाला रहा। उन्होंने पहली बार मतदान किया है। वोट देते समय उनके मन में यहीं बात रही कि अपना कीमती मत उसे देना है जो देश के विकास के लिए काम करे। युवाओं से कहना चाहती हैं कि हमेशा आगे की सोचे और व्यवहारिक तरीके से सोचें। एक रात पहले से ही मतदान को लेकर उनके मन में उत्साह था और जब मतदान केंद्र आई तो रोमांच और बढ़ गया। पहली बार मतदान करने वाले युवा भी कम नहीं थे। उनमें काफी उत्साह नजर आया और उंगली पर लगे निशान के साथ सेल्फी लेते उनके चेहरे पर खुशी छलक रही थी। प्रसन्ना नामक एक मतदाता ने कहा कि उन्हें पिछले कई दिनों से इंतजार था कि कब 18 अप्रेल आएगा और वो अपना वोट डालेंगे। उंगली पर लगे निशान को देखकर उन्हें बेहद गर्व महसूस हो रहा है। बेंसन टाउन में पहली बार मतदान करने वाली आरिफा ने कहा कि वोट देते समय उनके मन में यह था कि जो शांति से लोकतंत्र को लेकर चले उसे अपना कीमती वोट दूंगी।
मौसम की गर्माहट पर भारी पड़ा मतदाताओं का जोश
पत्रिका न्यू•ा नेटवर्क
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सियासी गर्मी के साथ ही मौसम का मिजाज भी गर्म होने के कारण गुरुवार को कई संसदीय क्षेत्रों में मतदाताओं को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि तेज धूप और उमस के बावजूद राज्य के मतदाताओं का उत्साह चरम पर रहा और गुरुवार सुबह से ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं।
हालांकि एक दिन पूर्व बुधवार शाम हुई बारिश के कारण तापमान में आई मामूली गिरावट के बावजूद बेंगलूरु के शहरी मतदाता एक बार फिर मतदान को लेकर उदासीन रहे, जबकि राज्य के अन्य संसंदीय क्षेत्रों में मतदाता ज्यादा उत्साहित रहे।
राज्य में सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद पहले दो घंटे में जहां ७.५४ प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं ९ बजे से ११ बजे के बीच मतदान प्रतिशत १९.५८ फीसदी पहुंच गया। ११ बजे के बाद पारा अपनी चरम सीमा पर पहुंचने लगा, जिससे मतदाताओं को भीषण गर्मी से जूझना पड़ा।
बावजूद इसके बेंगलूरु को छोडक़र शेष संसदीय क्षेत्रों में दोपहर के समय भी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने लोकतंत्र के महापर्व में मतदान किया। ११ बजे से १ बजे के बीच मतदान प्रतिशत ३६.३१ फीसदी पहुंच गया, जबकि ३ बजे तक ४८.९७ प्रतिशत हो गया। शाम के समय जब तीखी धूप की चुभन कम हुई, तब भी बड़ी संख्या में मतदाता कतारबद्ध दिखे।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन को एक घंटे तक करना पड़ा इंतजार
बेंगलूरु. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन को मतदान शुरू करने की प्रक्रिया में हुए विलंब के कारण अपनी बारी के लिए शहर के जयनगर के बीइएस कॉलेज स्थित मतदान केंद्र पर करीब एक घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ा। मतदाताओं ने इस विलंब के लिए चुनाव कर्मियों को दोषी ठहराया और कहा कि सुबह 7 बजे मतदान शुरू हो जाना चाहिए था। परंतु चुनावकर्मी तब तक व्यवस्थाओं में ही लगे रहे।
सूरज भी नरम, बेंगलूरु मतदाता भी नरम
बेंगलूरु में सूरज की नरमी के बावजूद मतदान की रफ्तार सुस्त रही। पिछले करीब दो महीने से उमस और तपन से परेशान बेंगलूरुवासियों पर बुधवार को इंद्र देव मेहरबान हुए थे और शाम में झमाझम बारिश हुई थी। इसका असर गुरुवार को मौसम पर दिखा और धूप में नरमी रही, बावजूद इसके मतदाताओं का रुख भी नरम बन रहा। इस कारण कम मतदान के लिए कुख्यात बेंगलूरु एक बार फिर से राज्य के शेष संसदीय क्षेत्रों से मतदान में पिछड़ गया।
Published on:
19 Apr 2019 02:28 am
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