
बेंगलूरु. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डॉ. बीआर आंबेडकर के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में दलित और पिछड़े वर्ग के संगठनों की ओर से मंगलवार को आहूत मैसूरु बंद को मंगलवार को अच्छी प्रतिक्रिया मिली। बस सेवा बाधित होने और सडक़ जाम होने से जनजीवन प्रभावित हुआ।
शहर के कई हिस्सों में व्यापारिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे। स्कूल और कॉलेज खुले रहे, लेकिन प्रदर्शनकारियोंं ने कुछ शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन से संपर्क कर सुनिश्चित किया कि छात्रों को जाने दिया जाए। उन्होंने शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया और लोगों से बंद के आह्वान का समर्थन करने को कहा।
कार्यकर्ता शहर के उपनगरीय बस स्टैंड के पास एकत्र हुए और अमित शाह के पुतले का नकली अंतिम संस्कार किया। पुलिस के पुतला जलाने से रोकने के प्रयासों के बावजूद, कुछ कार्यकर्ताओं ने उसमें आग लगा दी, लेकिन पुलिस ने जल्द ही उसे बुझा दिया।एक निगम अधिकारी ने कहा, शहर और मुफस्सिल दोनों मार्गों पर चलने वाली केएसआरटीसी बसों की सेवाएं सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक निलंबित रहीं।
जिले और शहर में अधिकांश होटल और रेस्तरां बंद रहे। कई सिनेमाघरों ने शो स्थगित कर दिए और कुछ स्टेशनों ने ईंधन नहीं बेचा। हालांकि, सरकारी कार्यालय और अधिकांश बैंक सामान्य रूप से काम करते रहे। मेडिकल दुकानें, दूध के स्टॉल, अस्पताल और अन्य आवश्यक सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं।
हार्डिंग सर्कल, के.आर. सर्कल और आयुर्वेदिक कॉलेज सर्कल पर कुछ समय के लिए सडक़ जाम की गई। कार्यकर्ता अलनहल्ली में आउटर रिंग रोड और टी. नरसीपुर, नंजनगुड और बेंगलूरु की ओर जाने वाली सडक़ों पर भी एकत्र हुए और कुछ समय के लिए उन्हें जाम कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ।
डी. देवराज अर्स रोड, सयाजी राव रोड, शिवरामपेट, अशोक रोड, इरविन रोड और केटी स्ट्रीट सहित शहर के अधिकांश हिस्सों में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। मंडी मोहल्ला में सवेडे रोड और मीना बाजार की दुकानें भी बंद रहीं।
इस बीच, तनाव तब पैदा हो गया जब बंद के समर्थन में मार्च निकालने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक समूह ने झांसी लक्ष्मीबाई रोड पर आरएसएस कार्यालय माधव कृपा की घेराबंदी करने की कोशिश की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ तब विवाद किया जब उन्हें आरएसएस कार्यालय की ओर बढऩे से रोका गया।कांग्रेस ने दासप्पा सर्कल पर आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद एक और मार्च निकाला और भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी गई।
मैसूर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बी.जे. विजयकुमार और विभिन्न धार्मिक समूहों के नेताओं के नेतृत्व में मार्च डी. देवराज अर्स रोड, सयाजी राव रोड, आयुर्वेदिक सर्कल, इरविन रोड और अशोक रोड से होते हुए टाउन हॉल पहुंचा, जहां एक सार्वजनिक बैठक आयोजित की गई।
Published on:
07 Jan 2025 11:46 pm
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