काफी मशक्कत की
पुलिस के अनुसार मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी को विवाहिता को बाहर निकालने के दौरान और बाद में उसे संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। विवाहिता को जब बाहर निकाला तो वह ‘भावÓ आने जैसा उपक्रम करने लगी। जैसे-तैसे उसे संभाला और फिर अस्पताल भिजवाया। इधर, थानाधिकारी हरिशंकर ने बताया कि विवाहिता के मासूम सहित बांध में कूदने को लेकर कारण स्पष्ट नहीं है। शवों को बांसवाड़ा मोर्चरी लाने के बाद म़ृतक के पिता हीरालाल व अन्य परिजनों से बातचीत की, लेकिन दंपती में कोई विवाद जैसी जानकारी नहीं दी गई। परिजनों ने यह बताया कि दंपती प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को मंदिर में दर्शन के लिए जाते थे। पुलिस ने पिता-पुत्री के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए है। पुलिस मामले में अनुसंधान कर रही है।
पुलिस के अनुसार मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी को विवाहिता को बाहर निकालने के दौरान और बाद में उसे संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। विवाहिता को जब बाहर निकाला तो वह ‘भावÓ आने जैसा उपक्रम करने लगी। जैसे-तैसे उसे संभाला और फिर अस्पताल भिजवाया। इधर, थानाधिकारी हरिशंकर ने बताया कि विवाहिता के मासूम सहित बांध में कूदने को लेकर कारण स्पष्ट नहीं है। शवों को बांसवाड़ा मोर्चरी लाने के बाद म़ृतक के पिता हीरालाल व अन्य परिजनों से बातचीत की, लेकिन दंपती में कोई विवाद जैसी जानकारी नहीं दी गई। परिजनों ने यह बताया कि दंपती प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को मंदिर में दर्शन के लिए जाते थे। पुलिस ने पिता-पुत्री के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए है। पुलिस मामले में अनुसंधान कर रही है।