साजिश का भी संशय
इन पक्षियों की अकारण व अकाल मौत होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। मौत का कारण खेतों में फसलों पर किया गया किटनाशी दवाओं का छिडक़ाव है या किसी के द्वारा की गई कोई साजिश है। यह भी जांच का विषय है।
विभाग भी मुस्तैद
इधर, बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा कर्मियों को सतर्क रहने के निर्देश के साथ ही जगह.जगह पर सर्वे भी करवाई है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों से यह भी अपील की गई है कि किसी भी प्रकार की प्रजाति के परिंदे की असामयिक मृत्यु पर तत्काल विभाग को सूचित करें।