Rajasthan News: बांसवाड़ा जिले में शनिवार को अजगर को बाइक से बांधकर घसीटते हुए दो युवाओं का वीडियो चर्चा में आया। इसे लेकर वन विभाग में हड़कंप मच गया। अधिकारी बाइक के नंबर के आधार पर जांच कराने में भी जुटे है। हालांकि, शाम तक किसी ने इसकी बांसवाड़ा जिले का होने की पुष्टि नहीं की है।
गौरतलब है कि बीते पांच दिन में बस्तियों में अजगर घुसने की दो घटनाएं सामने आई हैं। इनमें एक शुक्रवार को बागीदौरा क्षेत्र की है। बागीदौरा रेंजर सुरेश गरासिया के अनुसार चौरड़ी गांव के पास अजगर दिखने की सूचना पर थापड़ा वन नाके के वनपाल गौतम सरगड़ा की टीम ने उसे रेस्क्यू किया। उसे बोरी में बंद कर कोबा डामरी के जंगल में ले जाकर सुरक्षित छोड़ दिया गया।
इधर, बांसवाड़ा शहर में जवाहर पुल के पास एक खुले भूखंड में लगे ऊनी वस्त्र बाजार में शनिवार को अजगर वन्य जीव प्रेमियों की एक टोली ने पकड़ा। उसे भी सुरक्षित जंगल में छोडऩा बताया गया। रेस्क्यू दल ने उसे बोरे से निकालकर छोड़ते हुए का वीडियो भी बनाया। हालांकि इस मामले जानकारी से वन विभाग ने इनकार किया।
दूसरी ओर, इस बारे में बांसवाड़ा रेंजर संतोष डामोर ने बताया कि वीडियो से डीलक्स बाइक के नंबर दिखाई दिए गए हैं। उसके आधार पर विभागीय टीम जांच में जुटाई है।
बांसवाड़ा के उप वन संरक्षक जिग्नेश शर्मा ने कहा कि के अजगर जब-तब सूचनाओं पर वन विभाग की टीमें पहुंचकर रेस्क्यू करती हैं। उसे बोरे में बंद कर जंगल में छोड़ा जाता है। इस तरह बांधकर घसीटने की हरकत कोई वनकर्मी नहीं कर सकता। वीडियो में बाइक नंबर बांसवाड़ा पासिंग है, लेकिन दिख रहे युवाओं की कद-काठी क्षेत्रीय युवाओं से मेल नहीं खा रही। मामला दिखवा रहे हैं। पुष्टि पर वन्य जीव अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जांच और कार्रवाई की जाएगी।
Updated on:
12 Oct 2024 09:25 pm
Published on:
12 Oct 2024 07:23 pm