बांसवाड़ा/गनोड़ा. कुवैत में हुए अग्नि कांड में 48 लोगों की मौत के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर पर कुवैत सरकार ने एक दर्जन से अधिक पुरानी एवं असुरक्षित इमारतों को खाली करवा लिया है। इससे सबसे अधिक वागड़ वासी प्रभावित हुए हैं, जो इन इमारतों में किराए पर रहते हैं।
बांसवाड़ा, डूंगरपुर के करीब 5 हजार से अधिक लोग सड़कों पर आ गए हैं। बेनिद अल गर (इस्तकलाल ) कुवैत शहर में यह कार्रवाई हुई है। भारतीय दूतावास से यह स्थान महज एक किमी दूर है। कुछ इमारत तो भारतीय दूतावास से महज 500 मीटर भी दूर नहीं हैं।
कुवैत में रोजगार के लिए गए बांसवाड़ा जिले के मोटा टांडा निवासी भरत लबाना, मनोज भाटिया वाकावाड़ा, पेंमजी पाटीदार वजवाना, केवल चंद लबाना भीमसौर ने बताया कि बीती रात बिना किसी जानकारी के इमारतों के बिजली कनेक्शन काट दिए गए। साथ ही इमारतों को खाली करवा लिया गया। क्षेत्र में किराए पर नए कमरे भी नहीं मिल रहे हैं। इस कारण सड़कों पर ही सामान रखना पड़ रहा है। सामान सड़क पर पड़ा होने से रोजगार स्थल पर काम के लिए भी नहीं जा रहे हैं।
पुरानी व असुरक्षित इमारत होने से इनमें कुवैती कम ही रहते हैं। इस कारण इन इमारतों में भारतीय को कम किराये पर कमरा मिल जाता है। इसलिए यहां अधिकांश भारतीय ही रह रहे हैं। इधर, परिजन भी परेशान हैं। वह मोबाइल पर भी संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि नियमानुसार वीजा बनाकर कुवैत गए हैं। ऐसे में सरकार के स्तर पर मदद के प्रयास किए जाने चाहिए।
Updated on:
16 Jun 2024 03:18 pm
Published on:
16 Jun 2024 03:09 pm