बांसवाड़ा. मोहन कॉलोनी में नगर परिषद से स्वीकृति की आड़ में अतिक्रमण कर निर्माण कराने पर उठे असंतोष के बाद नगर परिषद की जाग हुई और तस्दीक कर मौके पर निर्माण कार्य रूकवाया गया।
परिषद सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रमेश मेहता ने अपने पड़ोस में अपनी जमीन से आगे कब्जा कर निर्माण करवाने पर पीयूष पंड्या और दीनबंधु पुत्र गिरीशचंद्र पंड्या के खिलाफ आयुक्त से शिकायत की थी। इसमें बताया कि इन्हें नगर परिषद ने भवन निर्माण की स्वीकृति जारी कर बताए नक्शे के अनुसार काम करने को पाबंद किया था। मौके पर स्वीकृति से परे जाकर बगैर सेटबैक छोड़े अतिक्रमण कर निर्माण हो रहा है। इस पर भी जांच और कार्रवाई नहीं हुई।
डॉ. मेहता ने 6 जून को भेजे पत्र में आयुक्त को बताया कि नगर परिषद की उदासीनता पर उन्हें कोर्ट में जाना पड़ा, लेकिन अदालतों में अवकाश होने से कार्रवाई नहीं हुई है। मामले को गंभीरता से लेने की मांग पर आयुक्त पीएल भाबोर ने सफाई निरीक्षक सुरेश डामोर को जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। डामोर ने मौका मुआयना किया तो शिकायत सही पाई। डामोर ने बताया कि निर्माण स्वीकृति में फ्रंट पर दस फीट और पीछे पांच फीट सेटबैक छोडऩा दर्शाया, जबकि मौके पर पूरे भूखंड पर निर्माण आगे बढ़ा दिया गया। भूखंड स्वामियों का तर्क था कि उनके एक पड़ोसी ने जीरो सेटबैक पर निर्माण किया है। इस पर स्पष्ट किया कि निर्माण मौजूदा स्वीकृति के अनुसार ही होगा। मौके पर नोटिस चस्पा कर निर्माण रूकवा दिया गया है।