वारदात से आहत पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि उसने अपने समाज के ही युवक से करीब एक पखवाड़े पहले प्रेम विवाह किया था। इसे लेकर समाज के कुछ लोगों ने आपत्ति उठाई, वहीं बुधवार शाम 4 बजे समाज के लोग भांजगड़े के लिए इक_े हुए। इस दौरान कुछ लोग अचानक आवेश में आए और घर में घुसकर उसके बाल पकड़ते हुए घसीटकर बाहर लाए। इस दौरान उसे लातें मारी, फिर आरोपियों ने मारपीट कर उसके पकड़े फाड़ दिए और घसीटकर सैकड़ों लोगों के बीच लाए। बाद में टांगा-टोली करते हुए उठाकर निर्जन स्थान पर ले गए। रात करीब एक बजे उसे लावारिस हालत में छोडकऱ आरोपी भाग गए। तब किसी तरह वह गांव लौटी।
ताज्जुब यह कि बुधवार शाम को शुरू हुआ घटनाक्रम देररात तक चला। इसके कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर वायरल भी किए, लेकिन पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। दूसरे दिन खुद पीडि़ता थाने पहुंची तो मामले की जानकारी हुई। इससे पहले ताल्लुका विधिक सेवा के पैनल से जुड़े अधिवक्ता अतीक अहमद को भी मामले का पता चला, तो उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को हालात से अवगत करवाया।
मामले में पीडि़ता ने पैनल अधिवक्ता के जरिए प्रार्थना पत्र भी भेजा। इस जिला प्राधिकरण के सचिव देवेंद्रसिंह भाटी ने प्रसंज्ञान लिया। भाटी ने बताया कि युवती से हुई अभद्र घटना के वीडियो भी ध्यान में लाए गए, जिसमें कुछ लोग उसे घसीटकर घर से निकालते, कपड़े फाड़ते व अर्धनग्न अवस्था में मारपीट करते दिखाई दिए हैं। इसे लेकर एसपी को निर्देश दिए है कि तत्काल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश कराएं। इधर, थानाधिकारी ने कहा कि मैं अवकाश पर हूं। घटनाक्रम की जानकारी गुरुवार दोपहर में पीडि़ता ने खुद थाने आकर दी। लज्जाभंग कर अपहरण और मारपीट करने के आरोपियों को नामजद किया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में है।