scriptराजस्थान पत्रिका कोरोना कर्मवीर सम्मान समारोह: ‘प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अग्रणी रहा पत्रिका’ | Rajasthan Patrika Corona Karmveer Award Banswara | Patrika News

राजस्थान पत्रिका कोरोना कर्मवीर सम्मान समारोह: ‘प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अग्रणी रहा पत्रिका’

locationबांसवाड़ाPublished: Apr 05, 2021 09:43:52 pm

Submitted by:

Varun Bhatt

Banswara Latest Hindi News, Corona Karmveer Award
 

राजस्थान पत्रिका कोरोना कर्मवीर सम्मान समारोह: 'प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अग्रणी रहा पत्रिका'

राजस्थान पत्रिका कोरोना कर्मवीर सम्मान समारोह: ‘प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अग्रणी रहा पत्रिका’

बांसवाड़ा. ‘कोरोना संक्रमण काल में उपजी प्रतिकूल परिस्थितियों के उपरांत भी राजस्थान पत्रिका अपनी विश्वसनीयता और सामाजिक सरोकार के कार्यों में अग्रणी रहा है। विषम स्थितियों में भी पाठक को सर्वोपरि रखकर पत्रकारिता के मूल दायित्वों का निर्वहन किया है। यह विचार कोरोना काल में अहर्निश सेवाएं देने वाले महात्मा गांधी चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशियन डा. देवेश गुप्ता ने राजस्थान पत्रिका कोरोना कर्मवीर सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सोमवार को आयोजित समारोह में व्यक्त किए। डा. गुप्ता ने कहा कि बीते एक वर्ष की अवधि में जो हालात सामने आए, उसमें आमजन में जागरुकता की दृष्टि से हर कदम पर राजस्थान पत्रिका की भूमिका सराहनीय रही है। आरंभ में सपादकीय प्रभारी वरुण भट्ट ने राजस्थान पत्रिका के संस्थापक कर्पूरचंद्र कुलिश के विचारों से भी अवगत कराया। इसके बाद सपादकीय, वितरण, मार्केटिंग, प्रोडक्शन व लेखा विभाग के कार्मिकों को पदक पहनाकर समानित किया। वहीं भट्ट सहित प्रशासनिक प्रभारी हर्षित सोनी और डूंगरपुर ब्यूरो प्रमुख विनय सोमपुरा ने मुख्य अतिथि का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। कार्मिकों ने प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
सकारात्मक सोच से हारेगा कोरोना

समारोह में डा. गुप्ता ने कहा कि कोरोना को लेकर आमजन में जो भ्रांतियां हैं, उन्हें दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के संक्रमित होने और होम आइसोलेशन में होने पर उससे दूरी नहीं बनाएं। संक्रमित व्यक्ति को अपनत्व देने की आवश्यकता है। मास्क पहनें। सोशल डिस्टेंस बनाकर उससे बातचीत करें। संवादहीनता से नकारात्मकता आती है। रोगी से निरंतर संवाद करें और सकारात्मक सोच विकसित करें। इसी सोच से कोरोना हारेगा। हालांकि होम आइसोलेशन के दौरान संक्रमित को स्पर्श नहीं करें और बच्चों को भी दूर रखें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो