
सावधान! लक्षण सामान्य, लेकिन लाखों में एक को होती है यह बीमारी, कहीं आप भी तो नहीं है इसके शिकार
बांसवाड़ा. 10वीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र अच्छे होने से वह उल्लासित था। 11वीं में प्रवेश लेकर जीवन को नई राह दिखाने के अरमान भी उसने पाल लिए, लेकिन अचानक एक दिन उसके हाथ-पैरों में हलचल महसूस नहीं हुई। परिजन भी अपने ‘लाल’ की स्थिति देखकर एकाएक घबरा से गए। तत्काल चिकित्सालय ले गए। जांच में सामने आया कि वह एक गम्भीर बीमारी ‘गिलैन बारे सिंड्रोम’ की चपेट में है। वायरस के इंफेक्शन के कारण शरीर सुन्न पड़ गया है। इसके बाद एक से दूसरे और अब तीसरे चिकित्सालय में उसका उपचार चल रहा है। पिता ने जमापूंजी खर्च कर दी, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। अब विषम आर्थिक हालात में वह भी लोगों से सहायता मांगने को मजबूर हो गए हैं।
शहर के भावसारवाड़ा क्षेत्र में निवासरत हर्ष राठौड़ गम्भीर बीमारी ‘गिलैन बारे सिंड्रोम’ से पीडि़त है। यह बीमारी लाखों में किसी एक को होती है। उसके पिता किरण राठौड़ सिलाई कर घर चलाते हैं। बेटे के अचानक बीमार होने के बाद उन्होंने हरसंभव उपचार कराया। हर्ष के बीमार होने पर उदयपुर के एक निजी चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया। वहां हालत मेें सुधार नहीं होने पर सरकारी चिकित्सालय में 7 मई से 21 जून भर्ती रखा। यहां चिकित्सकों ने किसी अच्छे चिकित्सालय में उपचार कराने की सलाह दी तो 21 जून से अहमदाबाद के निजी हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया है।
तीन लाख खर्चे
बेटे हर्ष की बीमारी में किरण राठौड़ अब तक करीब 3 लाख रुपए खर्च कर चुके हैं। जीवन की जमापूंजी उपचार में खर्च होने के बाद भी आगे के उपचार के लिए राशि की जरूरत होने और खुद की आर्थिक तंगी के चलते वह सहायता मांगने को मजबूर हो गए हैं। वर्तमान में हर्ष का उपचार अहमदाबाद के एक निजी चिकित्सालय में चल रहा है, जहां रोजाना 50 से 60 हजार रुपए खर्च आ रहा है।
आप ला सकते हैं मुस्कान
हर्ष परिवार का इकलौता पुत्र है। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह लम्बे समय तक उसका उपचार करा सके। चिकित्सकों के अनुसार इसका उपचार संभव है, लेकिन यह महंगा और लंबे समय तक चलेगा। ऐसे में आपकी छोटी सी सहायता हर्ष को नया जीवन दे सकती है। आप हर्ष के पिता किरण राठौड़ से 7568587022 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
Published on:
30 Jun 2018 11:31 am
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