बाराबंकी. यूपी के किसानों का चार करोड़ का कर्ज अदाकर भले ही सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने दरियादिली दिखाई हो, लेकिन वो एक बार फिर दौलतपुर के किसानों को भूल गए। बाराबंकी जिले का दौलतपुर वही गांव हैं, जहां आज से लगभग 10 साल पहले उन्होंने अपनी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन के नाम से महाविद्यालय खोलने के लिए शिलान्यास किया था, हालांकि यह जगह अभी भी जस की तस पड़ी है।
इतने गांवों को किसानों का चुकाया कर्ज-
बाराबंकी जिले की फतेहपुर तहसील में दौलपुर गांव का किसान एक बार फिर मायूस है। इस बार भी उनकी मासूसी की वजह अमिताभ बच्चन ही बने हैं। दरअसल अमिताभ बच्चन ने यूपी के 32 जिलों में 1398 किसानों का चार करोड़ कर्ज खुद चुकाया है। लेकिन कर्ज माफ करने वाली अमिताभ की लिस्ट में दौलतपुर और बाराबंकी का एक भी किसान शामिल नहीं है। अमिताभ बच्चन ने यहां के किसी भी किसान का कर्ज नहीं चुकाया, इसलिए यह लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
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किसनों का यह है कहना-
हालांकि दौलतपुर गांव के किसानों का कहना है कि देश बहुत बड़ा है, हो सकता है वह दौलपुर गांव का नाम भूल गए हों। लोगों को उन्हें याद दिलाना चाहिए। किसानों ने कहा कि हमें अमिताभ बच्चन पर पूरा भरोसा है, वह एक न एक दिन यहां पर महाविद्यालय जरूर बनवाएंगे।
कुछ बड़ा करने की सोच रहे बिग बी-
वहीं दौलतपुर गांव के पूर्व प्रधान और गांव में अमिताभ बच्चन का कामकाज संभालने वाले अमित सिंह का कहना है कि अमिताभ बच्चन दौलतपुर की जनता से किए गए वादों को देर-सवेर जरूर पूरा करेंगे। हो सकता है अमिताभ बच्चन दौलतपुर के लिए कुछ और बड़ा करना चाह रहे हों। अमित ने कहा कि अमिताभ बच्चन को दौलपुर गांव अच्छे से याद है, वह जल्द ही यहां महाविद्यालय भी बनवाएं।