
लक्ष्मी और कुबेर की पूजा के बाद घर में इस जगह दबा दें हल्दी का गांठ, पूरी होगी मनचाही मुराद
लखनऊ. दीपावली का त्योहार आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह त्योहार मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और महाकाली की साधना उपासना के लिए जाना जाता है। आज के दिन उद्योग-धंधे के साथ-साथ नए काम करने और पुराने व्यापार में खाता पूजन का विशेष विधान है। अमावस्या तिथि कल यानी 6 नवंबर को ही रात 10 बजे से लग गई है जो आज रात 9 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि में अमावस्या का मान सूर्योदय से मिल रहा है। दीपावली के दिन स्थिर लग्न और प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा का श्रेष्ठ फल प्राप्त होता है। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन मां लक्ष्मी आकाश में आती हैं और जिसका घर साफ-सुथरा होता है वह उसके घर में सुख-समृद्धि और धन वर्षा कर देती हैं।
अनार और कमल पुष्प जरूर चढ़ाएं
ज्योतिषाचार्य अशोक कुमार पांडेय के अनुसार दीपावली पर लक्ष्मी और कुबेर देव का पूजन करें और मंत्र ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धन्यधिपतये धन धान्य समृद्धि मम देही दापय स्वाहा। मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें। लक्ष्मी जी को अनार और कमल पुष्प जरूर चढ़ाएं। पूजन में हल्दी की गांठ भी रखें। पूजन पूर्ण होने पर हल्दी की गांठ को घर में उस स्थान पर रखें, जहां धन रखा जाता है। लक्ष्मी पूजन के बाद घर में सभी कमरों में शंख और घंटी बजानी चाहिए। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा और दरिद्रता बाहर चली जाती है। मां लक्ष्मी घर में आती हैं। अगर संभव हो सके तो दीपावली की देर रात तक घर का मुख्य दरवाजा खुला रखना चाहिए।
वृषभ और सिंह लग्न में लक्ष्मी पूजन करना श्रेष्ठ
ज्योतिषाचार्य अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि आज के दिन अमावस्या और स्वाति नक्षत्र का संयोग है। वृषभ और सिंह लग्न में लक्ष्मी पूजन करना श्रेष्ठ है। काली जी की पूजा मध्य रात्रि में करनी श्रेष्ठ है। उन्होंने बताया कि दीपावली और महालक्ष्मी के पूजन का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल, स्थिर लग्न वृषभ और सिंह लग्न श्रेष्ठ माना जाता है। शुभ मुहूर्त पर पूजा करने से दुखों का नाश होता है और घर में समृद्धि आती है।
Updated on:
07 Nov 2018 12:42 pm
Published on:
07 Nov 2018 12:39 pm
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