दृढ़ आत्मविश्वास से जीतें कोरोना से जंग
कोविड 19 से जंग जीत चुके स्वास्थ विभाग में तैनात के एसीएमओ डॉ डीके श्रीवास्तव कहते हैं कि कोरोना संक्रमित होने पर सबसे पहली चीज ध्यान रखें कि अपने मनोबल को गिरने न दें। क्योंकि हमारा आत्मविश्वास ही हमारी जीत होती है। चिकित्सकों की राय को माने। नियमित दवाओं का सेवन करें। दिन में चार से पांच बार भाप लें। साफ सफाई का पूरा ख्याल रखें। उन्होंने लोगों से फाइबर युक्त भोजन के साथ ही प्रोटीन युक्त डाइट लें जिसमें पनीर, दूध, दालें व हरी सब्जियां शामिल हो। फाइबर युक्त पौष्टिक भोजन खाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। सांस के लिए अलोम विलोम करें। दिन में करीब 10 बार लंबी और गहरी सांस लें। उन्होंने लोगों से संक्रमण के प्रति लापरवाही न बरतने, जरूरी कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलने, मास्क पहनने और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने की अपील की है।
कोरोना को मात दें, वेंटिलेटर से लौटीं ममता
आवास विकास कॉलोनी निवासी ममता गुप्ता हाल ही में कोरोना पॉजिटिव हुई थीं, इनका ऑक्सीजन लेवल 55 हो गया था। जिन्हें इलाज के लिए वेंटीलेटर पर भर्ती कराया गया। ममता गुप्ता कहती हैं कि संक्रमण को हम सबको मिलकर हराना है। कोरोना पॉजिटिव होने पर हमें घबराना नहीं चाहिए। शरीर की प्रतिरोधक पावर को बढ़ाने पर पूरा जोर दें।। चिकित्सक के परामर्श पर इलाज करें और घरेलू नुस्खे भी अपनाएं। दवाओं के साथ पौष्टिक आहार भी बराबर ले।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन ही बचाव
जनेस्मा कॉलेज के प्राचार्य केके सिंह भी 49 साल की उम्र में कोरोना को मात देकर आज स्वस्थ जीवन बिता रहे हैं। केके सिंह ने संक्रमितों का मनोबल बढ़ाने के लिए आप बीती बताते हुए कहा कि 12 दिनों तक बीमार रहने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। जो चिकित्सक सलाह देते रहे उसका पूरा पालन किया। समय पर दवाइयां ली और कोरोना से जंग जीत ली। लोगों से अपील करते हुए केके सिंह ने कहा कि कोविड गाइडलाइन का पालन करें। जरूरत न हो तो घरों से बाहर न निकले। निकलें तो मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी बनाए रखें।