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जमीन पर कब्जे के लिए आमने-सामने आए दो पक्ष, कोर्ट के आदेश को भी मानने को तैयार नहीं भूमाफिया, पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध

इस पूरे मामले पर एसडीएम सदर सुशील प्रताप सिंह का कहना है कि ये पूरा मामला काफी पुराना और जटिल है...

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Land dispute in Begumganj Barabanki UP news

जमीन पर कब्जे के लिए आमने-सामने आए दो पक्ष, कोर्ट के आदेश को भी मानने को तैयार नहीं भूमाफिया, पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध

बाराबंकी. जैसे-जैसे जमीन के दाम आसमान को छूते जा रहे हैं वैसे-वैसे उससे जुड़े विवाद भी बढ़ रहे हैं। जमीन के एक टुकड़े के लिए भूमाफिया साम, दाम, दंड और भेद सब लगा देते हैं। भले उनकी इस हरकत से कई गरीबों के सर से छत छिन जाए तो क्या, उनको तो वो जमीन किसी भी तरह चाहिए बस। ऐसा ही एक मामला बाराबंकी से सामने सामने आया है। जहां एक प्लाट का विवाद इस हद तक बढ़ा के दो पक्ष एक दूसरे के दुश्मन बन गए। मामला कोर्ट में होने के बावजूद भूमाफिया अपने धन-बल के प्रभाव से जमीन पर जबरन कब्जा करने की फिराक में है।

नजूल की जमीन हथियाने में लगे भूमाफिया

शहर के एक रिहायशी इलाके में होने के चलते भूमाफिया एक नजूल जमीन को जबरन हथियाने में लगे हैं। इस जमीन पर कई गरीब लोग सालों से आशियाना बनाकर अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। बड़ी बात है कि अगर इस जमीन पर धन-बल के प्रभाव से कुछ लोग कब्जा कर लेते हैं तो इन गरीबों के सर पर छत का इंतजाम कौन करेगा।

जमीन को लेकर दो पक्ष आमने-सामने

रअसल पूरा मामला नगर कोतवाली क्षेत्र से सटे बेगमगंज मोहल्ले का है। जहां एक जमीन पर कब्जे के मामले को लेकर दो पक्ष आमने सामने हैं। जिसे लेकर आए-दिन हंगामा और मारपीट होती रहती है। कभी एक पक्ष के लोग इस जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश करने पहुंच जाते हैं तो कभी दूसरे पक्ष के लोग पानी की टंकी पर चढ़कर इस मामले में पुलिस प्रशासन की मिलीभगत का आरोप लगाते है। हालांकि ये पूरा प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है और कोर्ट ने इस मामले में यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। लेकिन फिर भी इस मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है क्योंकि उसपर कई बार जमीन पर अपना आशियाना बनाकर रह रहे लोग डरा-धमका कर जबरन जमीन से हटवाने के आरोप लगा चुके हैं।

सालों से रह रहे लोग

इस मामले से जुड़े एक पक्ष दानिश और उसके समर्थकों का कहना है कि जिस जमीन पर वह लोग सालों से काबिज हैं, वह जमीन नजूल की है। लेकिन अभिषेक रस्तोगी नाम का शख्स इस जमीन को अपनी बता रहा है। दानिश ने बताया कि इस जमीन का मुकदमा कमिश्नर के यहां भी चल रहा है। वहीं शहर के रहने वाले दूसरे पक्ष के अभिषेक रस्तोगी के मुताबिक उन्होंने शौकत जहां नाम की महिला से इस जमीन की रजिस्टर्ड वसीयत करवाई थी। शौकत जहां की मौत के बाद हमने इस जमीन से कब्जेदारों को हटाने के लिए हाईकोर्ट में गुहार लगाई। अभिषेक रस्तोगी के मुताबिक इस जमीन पर दो दर्जन से ज्यादा लोग अवैध रूप से काबिज हैं। अभिषेक रस्तोगी का आरोप है कि जमीन उनकी है और दूसरे पक्ष के लोगों ने जबरन इस जमीन पर कब्जा कर रखा है। अभिषेक रस्तोगी ने दानिश और उसके समर्थकों के खिलाफ जमीन पर धोखाधड़ी करके कब्जा करने संबंधी मुकदमा भी लिखवा रखा है।

यथास्थिति बनाए रखने की कोशिश

इस पूरे मामले पर एसडीएम सदर सुशील प्रताप सिंह का कहना है कि ये पूरा मामला काफी पुराना और जटिल है। इस प्रकरण को लेकर पहले एक एसडीएम का आदेश हुआ था, उसके बाद एख आदेश और हुआ। जिसके बाद ये मामला अपर आयुक्त न्यायिय के यहां विचाराधीन है। जिसमें मौके पर यथास्थिति बनाए रखने और किसी प्रकार का निर्माण न किये जाने की हिदायत दी गई है। एसडीएम के मुताबिक मौके पर यथास्थिति बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। पुलिस को इस बारे में निर्देशित भी किया गया है कि मौके पर कोई निर्माण न होने पाए। इसस संबंधित हाईकोर्ट, परिषद और दीवानी न्यायलय में भी ये मामला पहुंच चुका है। जिसके बाद सभी पक्षों को समझा-बुझा के ये कहा जा रहा है कि जो भी कोर्ट का आदेश आए उसका वो पालन करें और शांति व्यवस्था बनाए रखें। एसडीएम ने ये भी बताया कि राजस्व विभाग की तरफ से किसी को भी वहां से हटाया नहीं जा रहा, क्योंकि अपर आयुक्त न्यायिक का या आदेश है कि मौके पर यथास्थिति बनी रहे और किसी तरह का निर्माण का काम न किया जाए। उसके लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। पुलिस द्वारा कुछ लोगों को मौके पर कब्जा दिलाए जाने के आरोपों पर एसडीएम सुशील प्रताप सिंह ने कहा कि इस तरह के कुछ मामले हमारे संज्ञान में आए हैं। इसको लेकर हमने सीओ सिटी से बात भी की है, जिसके बाद उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच कराने के बात पुलिस के रोल की जांच कराने का आश्वासन दिया है।