
बारां.
कोरोना महामारी ( Coronavirus In Rajasthan ) के दौरान कार्य में लापरवाही बरते के चलते जिले के दो अधिकारियों पर शनिवार को गाज गिरी है। जिला कलक्टर की अनुशंसा पर जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को निलम्बित किया गया है तो शाहाबाद सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र में ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में रहने तथा पुलिस कर्मियाों से शराब मांगने वाले डॉक्टर को एपीओ ( APO ) किया गया है।
तुरन्त प्रभाव से निलम्बित कर दिया... ( Barana News )
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता (प्रशासन) संदीप शर्मा ने बारां के अधीक्षण अभियंता को लॉकडाउन एवं वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान मुख्यालय से अनुपस्थित रहने व राजकार्य में लापरवाही बरतने के मामले में तुरन्त प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। निलम्बन काल के दौरान बैरवा का मुख्यालय कार्यालय अतिरिक्त मुख्य अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कोटा रहेगा। उनका निलम्बन जिला कलक्टर की अनुशंसा पर किया गया है। जिला कलक्टर इन्द्र सिंह राव ने 2 अप्रेल को विभाग के मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर अधीक्षण अभियंता बैरवा के बिना अनुमति के मुख्यालय से नदारद रहने की जानकारी दी थी। मुख्य अभियंता ने इसे गंभीर मानते हुए एसई बैरवा को निलम्बित कर दिया।
पुलिसकर्मियों से मांगता था शराब
शाहाबाद के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शेख आरिफ इकबाल ने शाहाबाद के चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुग्रीव को मीणा को एपीओ कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय बारां में उपस्थिति देने के आदेश दिए है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. इकबाल की ओर से जारी कार्यालय आदेश में बताया गया है कि डॉ. मीणा के बारे में अस्पताल समय में शराब का सेवन कर मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग की शिकायतें मिल रही थी। वे एमएलसी कराने आने वाले पुलिसकर्मियों से भी शराब की मांग करते थे। इस बारे में शाहाबाद के थानाधिकारी ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद डॉ. मीणा को दोपहर में एपीओ कर रिलीव कर दिया गया है।
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Published on:
04 Apr 2020 05:21 pm
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