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ऐसे हो रहा कारोबार
अवैध खनन माफिया कोयला, मियाड़ा आदि के आसपास पार्वती नदी से बजरी का खनन करते हैंतथा अल सुबह मांगरोल रोड से होते हुए बारां शहर में पहुंचकर पूर्व निर्धारित ठिकानों पर हजारों रुपए के महंगे दामों पर बेचान करते हैं। कई बार समसपुर गांव के आसपास सड़क किनारे खेतों की टयूबवैल से बजरी की धुलाई करते हैं। वहां पर ही ग्राहकों से सौदेबाजी कर बेचान कर देते हैं। पुलिस व खनन विभाग की ओर से कभी कभी कार्रवाई कर बजरी की ट्रॉलियों को पकड़ा जाता है, लेकिन दूसरे दिन ही वापस अवैध खनन का कारोबार शुरू हो जाता है।
ऐसे हो रहा कारोबार
अवैध खनन माफिया कोयला, मियाड़ा आदि के आसपास पार्वती नदी से बजरी का खनन करते हैंतथा अल सुबह मांगरोल रोड से होते हुए बारां शहर में पहुंचकर पूर्व निर्धारित ठिकानों पर हजारों रुपए के महंगे दामों पर बेचान करते हैं। कई बार समसपुर गांव के आसपास सड़क किनारे खेतों की टयूबवैल से बजरी की धुलाई करते हैं। वहां पर ही ग्राहकों से सौदेबाजी कर बेचान कर देते हैं। पुलिस व खनन विभाग की ओर से कभी कभी कार्रवाई कर बजरी की ट्रॉलियों को पकड़ा जाता है, लेकिन दूसरे दिन ही वापस अवैध खनन का कारोबार शुरू हो जाता है।