यहां क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर कि जा रही सरसों की खरीद में अधिक तोल की शिकायत को लेकर किसान महापंचायत ने विरोध जताते हुए केन्द्र प्रभारी से इस पर रोक लगाने की मांग की है।
सरसों के अधिक तोल की शिकायत
बारां. यहां क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर कि जा रही सरसों की खरीद में अधिक तोल की शिकायत को लेकर किसान महापंचायत ने विरोध जताते हुए केन्द्र प्रभारी से इस पर रोक लगाने की मांग की है।
थोक फल सब्जी मंडी परिसर में क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद की जा रही है। खरीद केंद्र पर किसानों से सरसों की अधिक तुलाई का आरोप लगाते हुए इसे किसानो का शोषण बताया एवं इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए किसान महापंचायत ने विरोध जताया। किसान महापंचायत के प्रदेश संयोजक सत्यनारायण सिंह ने कहा कि केंद्र पर 51 किलो 200 ग्राम कट्टे का वजन करके तुलाई की जा रही है। जबकि बारदाने का वजन केवल 800 से 900 ग्राम के बी होता है। जिसके चलते किसानों को प्रति क्विंटल 600 ग्राम सरसों की चपत लग रही है। इस दौरान कई किसानो ने अधिक तुलाई की शिकायत केंद्र पर मौजूद प्रभारी भीमराज राठौर से की। केंद्र प्रभारी राठौर ने इस मामले में बताया कि कट्टे का वजन भी तोल में लिया जाता है और यदि किसी किसान की सरसों अधिक तुलाई हो रही है तो वह यहां हमारे पास शिकायत क्यों नहीं कर रहा है। वहीं जब पत्रिका टीम द्वारा केंद्र पर पड़ताल की तो पता लगा कि 51 किलो 200 ग्राम कट्टे की तुलाई हो रही थी। वही जब खाली बारदाने का तोल करवाया गया तो वह 900 ग्राम निकला। यानी किसान का 600 ग्राम माल अधिक खोला जा रहा था। जिसके चलते प्रति किसान करीब 15 किलो की चपत लग रही है।