
चिरंजीवी योजना... मंत्री बदले, लेकिन फोटो नहीं बदला
बारां. करीब तीन माह पहले राज्य सरकार ने मंत्रीमंडल में फेरबदल कर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा रघु शर्मा के स्थान पर परसादीलाल मीणा को सौंप दिया। इससे स्वास्थ्य मंत्री बदल गए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के बैनर पोस्टरों में अब तक स्वास्थ्य मंत्री के तौर पर डॉ. रघु शर्मा को ही दर्शाया जा रहा है। यहां जिला मुख्यालय पर बुधवार को जिला चिकित्सालय में आयोजित किए गए चिरंजीवी स्वास्थ्य मेगा शिविर में ऐसे ही हालत मिले। यह स्थिति तो तब है जब सरकार की ओर से योजना के प्रचार-प्रसार के लिए अलग से कर्मचारियों को नियुक्त किया हुआ है। इसके अलावा विभाग में आईईसी कॉर्डिनेटर भी नियुक्त किए हुए हैं। इनका मूल कार्य ही विभिाग की गतिविधियों का बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार करना है। इसी से विभाग के सम्बंधीत जिम्मेदारों की ओर से मुख्यमंत्री की महत्वकाक्षी योजना को लेकर बरती जा रही संवेदनहीनता का अंदाजा लगाया जा सकता है। मंत्री बदलने के करीब तीन माह बाद भी पुराने होर्डिंग-बैनरों से काम चलाया जा रहा है।
छूटते रहे हंसी के ठहाके
शिविर में लगे बैनर में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के फोटो देखकर हर कोई चुटकी लेता रहा।अधिकारी-कर्मचारियों में भी सुगबुगाहट चलती रही। कुछ जानकार लोग इसे लेकर हंसी-मजाक भी करते रहे। मंत्री बदले महीनों हो गए, लेकिन जिम्मेदारों को इसकी याद ही नहीं है। चिकित्सा विभाग के कुछ कर्मचारी तो इस अव्यवस्था के लिए ब्लॉक व जिला अधिकारियों की ओर इशारा करते रहे। सीएमएचओ डॉ. सम्पत राज नागर व डिप्टी (हेल्थ) डॉ. अकबर अली बोहरा ने शिविर का निरक्षण भी किया था। वहीं, चिरंजीवी ब्लॉक प्रभारी साबिर हुसैन व बीपीएम डॉ. जहिरउद्दीन समेत विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद रहे थे।
सरकारी जनकल्याणकारी है योजना
सरकार ने निशुल्क दवा व जांच योजना का दायरा बढ़ाते हुए प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक के कैशलेस निशुल्क इलाज देने के लिए चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना भी लागू की है। पिछले करीब तीन माह से ग्राम पंचायत स्तर पर योजना के तहत चिकित्सा शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। सरकार के स्तर पर इसे काफी गंभीरता से लिया जा रहा है, लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी शिविरों की व्यवस्था को लेकर खासी उदासीनता बरत रहे हैं। जिला चिकित्सालय में आयोजित मेगा शिविर में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा को दरकिनार करना एक बानगीभर है। संभवतया ग्राम पंचायतों में आयोजित किए गए कुछ शिविरों में भी इस तरह की स्थिति रही हो।
- मेगा शिविर में आईईसी टीम की जल्दबाजी से पुराना बैनर लग गया था। यह जानबूझकर की गई गलती नहीं है। वैसे शिविर काफी सफल रहा है। जिले में अब तक की रिकॉर्ड ओपीडी रही है। अब 18 फरवरी को बारां पंचायत समिति में शिविर होगा।
-डॉ. अरविन्द नागर, बीसीएमओ, बारां
Published on:
16 Feb 2022 10:36 pm
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