
बाढ़ जैसे हालात (फोटो: पत्रिका)
Baran Weather News: लगातार हो रही बारिश से कई नदी-नाले उफान पर आ गए। इससे कई गांवों का संपर्क आपस में कट गया। पिछले 24 घंटों में सर्वाधिक बरसात शाहाबाद उपखंड में 193 मिमी दर्ज की गई। बारिश से मांगरोल में 70 साल पुरानी दीवार ढ़हने से एक बच्चे की मौत हो गई और एक घायल हो गया। देवरी में पलको नदी का पानी आने से बस्तियों में जलप्लावन हो गया। छत्रगंज-जलवाड़ा की रपट भी टूट गई। नाहरगढ़ में बांदीपुरा तालाब में रिसाव हो गया। कस्बाथाना में पलको नदी में पुल निर्माण के दौरान काम आने वाले उपकरण आदि बह गए। साथ ही नदी में एक ट्रक फंस गया। अटरू के पास पार्वती-किशनपुरा बांध पर 12 फीट की चादर चल रही है। यहां पर हाइलेवल ब्रिज के पिलर बहाव में 25 फीट तक डूब गए।
सोमवार सुबह सूचना मिली कि ग्राम पंचायत यावदा की सीमा पर स्थित ग्राम पीतामपुरा व रामपुरा के मध्य चारागाह भूमि पर रुके हुए पाली, ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा व प्रतापगढ़ जिलों से आए भेड़पालक पार्वती नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के टापू में फंस गए हैं। तत्काल एसडीआरएफ टीम को मौके पर भेजा गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर शाहाबाद, तहसील प्रशासन और जिला अधिकारी बारां से मौके पर पहुंचे। दैगनी पुलिया के रास्ते से प्रशासनिक टीम वहां पहुंची, जहां 21 पुरुष, 8 महिलाएं और बच्चे, कुल 29 लोग, 2450 भेड़, 31 ऊंट, 1 खच्चर, 9 कुत्ते फंसे हुए थे।
एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया और ग्राम रामपुरा सुंडा के प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया गया। ग्राम पंचायत की ओर से भोजन व पानी की व्यवस्था भी करवाई गई। इधर, थाना नाहरगढ अन्तर्गत सोमवार सुबह पार्वती नदी के टापू पर फंसे 5 ग्रामीणों का एसडीआरएफ ने रेस्क्यू किया।
बारां में तैनात रेस्क्यू टीमों बी-3 और बी-4 के प्रभारी हैड कॉन्स्टेबल रामनिवास, करण सिंह को सूचना मिलने पर के लिए रवाना किया गया। दोनों रेस्क्यू टीम प्रभारी 20 जवानों की टीम तथा आपदा राहत उपकरणों के साथ घटनास्थल पहुंचे।
मोटर बोट की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। टीम कमाण्डर के निर्देश पर रेस्क्यू टीम मोटर बोट से पारकर टापू पर फंसे ग्रामीणों के पास पहुंचे। रेस्क्यू टीम ने टापू पर फंसे 5 ग्रामीणों को लाइफ जैकेट पहनाकर नदी पार करवाई। बचाए गए ग्रामीणों के नाम भीमराज सुमन, रघुराज सुमन, भागचन्द सुमन, प्रदीप सुमन, नरेन्द्र माली सभी ग्राम सुण्डारामपुरा निवासी हैं।
भंवरगढ़. क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बरसात के चलते भंवरगढ़-नाहरगढ़ मार्ग स्थित बरनी नदी की पुलिया तेज बहाव में बह गई। इसके कारण मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। साथ ही विद्युत विभाग की आपूर्ति लाइन भी बह गई। इसके कारण कस्बे सहित क्षेत्र के सभी गांवों की आपूर्ति भी ठप हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि मध्यप्रदेश में तेज बरसात के कारण बरनी नदी की पुलिया के ऊपर पानी आ गया। दबाव अधिक होने के कारण तेज बहाव में पुलिया, 123केवी बिजली लाइन बह गई। तभी से इस मार्ग पर आवागमन बंद है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर किशनगंज कस्बे के तेजाजी डांडा स्थित वनपाल कार्यालय भवन पर सोमवार प्रात: बिजली गिर गई। इससे भवन क्षतिग्रस्त हो गया। दूसरे कमरे में सो रहे वनकर्मी बाल-बाल बचे। क्षेत्रीय वन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि यहां तेजाजी डांडा वनपाल कार्यालय वह आवासीय भवन पर सोमवार तड़के 5 बजे के बिजली गिर गई। इससे भवन की छत में बड़ा छेद हो गया दूसरे कमरे में तीन वन कर्मी गिरिराज शर्मा, विकास शर्मा, वह रामप्रसाद मीणा सो रहे थे। वे धमाके की आवाज के साथ हड़बड़ा कर जागे और घटना की जानकारी उनको दी।
किशनगंज कस्बे में 3 घंटे के दौरान सवा चार इंच से अधिक बारिश हुई। इससे पार्वती नदी उफान पर आ गई। बजरंगगढ़-जलवाड़ा मार्ग पर गोबरचा के नजदीक अधिक पानी आ जाने से रास्ता बंद हो गया। कस्बे सहित छीनोद, रानीबड़ौद में कई मकानों में पानी भर गया। तहसीलदार अभयराज सिंह ने बताया कि 3 घंटे तक हुई झमाझम बारिश से कई नदी नालों में तेज तूफान आ गया। कई लोग पानी के बीच फंस गए।
यावदा ग्राम पंचायत के पीतामपुरा, रामपुर सुंडा ग्राम में नदी नालों में उफान आने से भेड़ एवं ऊंट निष्क्रमण पर आने वाले पशुपालक फंस गए। अस्पताल रोड, कोली, भाई मोहल्ला व तखड़िया तलाई क्षेत्र के निचले हिस्सों में पानी भर गया। अस्पताल सहित मार्ग की दुकानों में भी पानी भर गया। अस्पताल का पानी कार्मिकों द्वारा पंप लगाकर अस्पताल से पानी निकाला गया। एक मकान ढह गया। टोल प्लाजा पर तेज बारिश के चलते आवागमन रोक कर रखा गया।
भंवरगढ़ बारिश से कस्बे की कई निचली बस्तियों के घरों में पानी घुस गया। पुरानी पंचायत रोड पर दुकानों में पानी भर गया। गेबी तलाई की पाल टूटने के कारण थाना, तात्यां टोपे चौराहे की बस्ती में जलप्लावन हो गया। थाने में 4 फीट पानी भरने से रिकॉर्ड भीग गया। पुलिसकर्मी इनको संभालते नजर आए। यहां वाटर कूलर सहित अन्य कई सामान बह गए। खेल मैदान, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर, थाना परिसर सहित कई खेत लबालब रहे। बीते 24 घंटे में 205 एम एम बरसात दर्ज की गई है। बिलासी बांध सहित कालीसोत तालाब पर चादर चल गई है।
बेगमती बस्ती के कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। बस्ती निवासी गोवर्धन नागर, नाथु लाल नागर सहित अन्य लोगों ने बताया कि बरसात का दौर शुरू होते ही हर साल यही स्थिति बनती है। इधर पहली बार थाना परिसर में इतने बड़े पैमाने पर पानी भरा है। कस्बे की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप होने के कारण जलापूर्ति बाधित रही। बरसात के कारण भंवरगढ़ कुंदा, भंवरगढ़ बोरेन, भंवरगढ़ नारगढ़ मार्ग कई घंटे तक अवरुद्ध रहे।
शाहाबाद इलाके में लगातार हो रही बारिश के दौरान शाहाबाद घाटी के पिंडासल के पास भूस्खलन हो गया। एक बड़ी चट्टान पहाड़ से खिसक कर नेशनल हाइवे 27 पर पर आ गई। इससे रास्ता बाधित हो गया। बड़ी चट्टान खिसक जाने की वजह से रोड पर ही सभी बड़े और भारी वाहन रुकवाए गए।
शाहाबाद - 193
किशनगंज - 189
मांगरोल - 185
अटरू - 142
बारां - 104
छबड़ा - 91
छीपाबड़ौद - 81
अन्ता - 37
Updated on:
24 Jun 2025 10:11 am
Published on:
24 Jun 2025 08:52 am
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