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अवैध खनन : लीज है न ही परमिशन, जिले के अंतिम छोर पर हो रही बर्बादी

लगातार अवैध खनन से राजस्व भूमि का अस्तित्व समाप्त होते जा रहा है। वहीं सरकार के राजस्व में भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जानकारी अनुसार सनवाडा तलाई में यहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे से देर रात तक पत्थर का खनन किया जाता है।

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बारां

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Mukesh Gaur

May 27, 2025

लगातार अवैध खनन से राजस्व भूमि का अस्तित्व समाप्त होते जा रहा है। वहीं सरकार के राजस्व में भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जानकारी अनुसार सनवाडा तलाई में यहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे से देर रात तक पत्थर का खनन किया जाता है।

खनन से बदहाल हुई जमीन

कई सालों से खनन की जानकारी स्थानीय और जिला प्रशासन को भी

कस्बाथाना. कस्बे में पिछले कही सालों से बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर का उत्खनन जोरों से किया जा रहा है। कई सालों से पत्थर का खनन होने की जानकारी स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन को भी है। लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने आज तक एक ट्रैक्टर ट्रॉली अवैध खनन का नहीं पकड़ा है। अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने से ट्रैक्टर ट्रॉली अवैध पत्थरों से भरी निकल जाती है। लेकिन प्रशासन के कर्मचारी मूक दर्शक बने हुए हैं। लगातार अवैध खनन से राजस्व भूमि का अस्तित्व समाप्त होते जा रहा है। वहीं सरकार के राजस्व में भी भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जानकारी अनुसार सनवाडा तलाई में यहां प्रतिदिन सुबह 8 बजे से देर रात तक पत्थर का खनन किया जाता है। खदान चलाने के लिए सरकार से किसी तरह की कोई लीज नहीं ली गई है। खनन माफियाओं की मुख्य जगह सनवाडा रोड के पास स्थित तलाई है या फिर कही वन विभाग की जमीनों पर भी खदानें बना रखी हैं। यहां खनन माफियाओं को अच्छा $खासा पत्थर मिल रहा हैं। तलाई में अवैध पत्थर उत्खनन की वजह से जहां तहां बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए हैं। जमीन पूरी तरह से ऊबड़ खाबड़ और बंजर हो गई है। कई जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। पत्थर माफिया न केवल सारे नियम कानून को ताक में रखकर कार्य करते हैं। बल्कि अवैध तरीके से पत्थर निकलते है। कस्बाथाना क्षेत्र अवैध खनन जोरों से चल रहा है।

इलाके में मिट्टी भी सुरक्षित नहीं बची

सत्ता परिवर्तन के साथ इस कार्य में लोग जरूर बदल गए हैं। लेकिन खनन लगातार चलता रहा। मिट्टी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि पहले यह कार्य रात के अंधेरे में होता था अब यह कार्य दिन के उजाले में हो रहा है कस्बे में इन दिनों मिट्टी खनन का कारोबार बिना किसी रोक टोक के चल रहा है। भोर होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं बंजर भूमि से तो पंचायत भवन के पीछे राम बरी तलाई, खिरिया तालाब, भूजरिया तालाब में जेसीबी लगाकर मिट्टी खनन शुरू हो जाता है। तालाबों से अवैध मिट्टी निकाली जा रही है।

अवैध परिवहन करते गई थी जान

डेढ़ साल पहले धुआं रोड पर अवैध पत्थर ले जा रहा ट्रैक्टर पलट गया था। इसमें सवार एक सहरिया की मौत हो गई थी। दूसरा गंभीर घायल हो गया था। उसके बाद भी खनन जारी है।

सारी जमीन फोरेस्ट विभाग में आती हैं। इस संबंध में रेजर से बात करें। मैं जानकारी नहीं दे सकता हूं। ऐसा मामला सामने आता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे।

भंवरलाल लबाना, एमई, बारां

मैने दिखवाया है, वो जमीन वन विभाग के अधीन नहीं है। अगर वहां पर मिट्टी खुदाई की जा रही है या पत्थरों का खनन वन भूमि पर किया जा रहा है तो इसको लेकर सख्त कार्रवाई करूंगा।

अनिल यादव, डीएफओ, बारां

कस्बाथाना में अवैध खनन हो रहा है तो पुलिस कार्रवाई करेगी, मामले की जानकारी लेकर जांच करने के निर्देश दिए जाएंगे और कार्रवाई की जाएगी।

रिछपाल मीणा, शाहाबाद डिप्टी


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