इलाके में मिट्टी भी सुरक्षित नहीं बची सत्ता परिवर्तन के साथ इस कार्य में लोग जरूर बदल गए हैं। लेकिन खनन लगातार चलता रहा। मिट्टी माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि पहले यह कार्य रात के अंधेरे में होता था अब यह कार्य दिन के उजाले में हो रहा है कस्बे में इन दिनों मिट्टी खनन का कारोबार बिना किसी रोक टोक के चल रहा है। भोर होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं बंजर भूमि से तो पंचायत भवन के पीछे राम बरी तलाई, खिरिया तालाब, भूजरिया तालाब में जेसीबी लगाकर मिट्टी खनन शुरू हो जाता है। तालाबों से अवैध मिट्टी निकाली जा रही है।
अवैध परिवहन करते गई थी जान डेढ़ साल पहले धुआं रोड पर अवैध पत्थर ले जा रहा ट्रैक्टर पलट गया था। इसमें सवार एक सहरिया की मौत हो गई थी। दूसरा गंभीर घायल हो गया था। उसके बाद भी खनन जारी है।
सारी जमीन फोरेस्ट विभाग में आती हैं। इस संबंध में रेजर से बात करें। मैं जानकारी नहीं दे सकता हूं। ऐसा मामला सामने आता है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई करेंगे। भंवरलाल लबाना, एमई, बारां
मैने दिखवाया है, वो जमीन वन विभाग के अधीन नहीं है। अगर वहां पर मिट्टी खुदाई की जा रही है या पत्थरों का खनन वन भूमि पर किया जा रहा है तो इसको लेकर सख्त कार्रवाई करूंगा।
अनिल यादव, डीएफओ, बारां कस्बाथाना में अवैध खनन हो रहा है तो पुलिस कार्रवाई करेगी, मामले की जानकारी लेकर जांच करने के निर्देश दिए जाएंगे और कार्रवाई की जाएगी। रिछपाल मीणा, शाहाबाद डिप्टी