
अन्ता. बारां. अंधविश्वास के वशीभूत हो शिव कॉलोनी निवासी महिला रेखा कंवर अपने परिवार को मार डालना चाहती थी। उसे विश्वास था कि इस कार्य से उसके बड़े पुत्र निकेन्द्र सिंह (16) के दिल की बीमारी इससे ठीक हो जाएगी। पुलिस उपाधीक्षक तरूणकांत सोमानी ने बताया कि प्रारभ्मिक बयान में रेखा ने यही बात कबूल की है। इसी योजना के तहत आरोपी महिला ने कुछ दिन पूर्व रात्रि को सोते हुए अपने पति शिवराज सिंह हाड़ा पर धारदार हथियार से हमला किया, लेकिन समय पर जाग जाने से वह बच गया।
यह भी पढ़ें : युवती का अपहरण कर ले गए जयपुर, दो दिन तक 7 युवकों ने किया बलात्कार
... तो सिंघम की भी जान जाती
इसके बाद 5 नवम्बर उसने बीच की पुत्री 13 वर्षीय बेटी संजना हाड़ा के गले में साफी डाल उसे निर्दयता से मार डाला। निर्ममता की हद देखिए कि बेटी के गले पर पैर रख मां साफी का फंदा खींचती रही। इससे पहले उसने सबसे छोटे पुत्र सिंघम हाड़ा (11) को कमरे में बंद कर दिया। अंदेशा है कि संजना के बाद पुत्र सिंघम की भी जान जाती लेकिन वह बहाना कर घर से भाग निकला एवं शोर मचाते हुए पड़ोसियों को सूचना दी लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। पुलिस के अनुसार अवसाद ग्रस्त गिरफ्तार महिला थाने में एक दो बार दहाड़ें मारकर रोई लेकिन अधिकांश समय गुमसुम बैठी रही।
यह भी पढ़ें : जयपुर में लुटेरों का आतंक: महिला की बहादुरी से पकड़ा गया एक लुटेरा, साथी भागा
नहलाने के बाद की हत्या
पुलिस के अनुसार रेखा ने संजना को मौत के घाट उतारने के पहले नहलाया एवं बाद में बाथरूम से घसीटती हुई बाहर लाकर उसके गले में साफा का फंदा डाल खींचती रही। इससे पूर्व संजना एवं छोटे पुत्र सिंघम हाड़ा को उसने एक छोटे चाकू से मारने की कोशिश की जिसे पुत्र पुत्री ने छीन लिया। उसके बाद बेटा बाहर भाग आया एवं रेखा ने घर की कुंदी लगा मासूम बेटी संजना की बलि चढ़ा दी। पुलिस ने आरोपी महिला के घर से साफी तथा अन्य सामग्री बरामद की है।
Published on:
07 Nov 2022 10:43 am
बड़ी खबरें
View Allबारां
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
