जानकारी के अनुसार रात करीब तीन बजे एक युवक के साथ बंधक बनाकर मारपीट करने की सूचना पर गांव पहुंची पुलिस को युवक एक आवासीय परिसर में अचेतावस्था में पड़ा मिला। पुलिस उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंची। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने रविवार शाम को मकान मालिक महावीर मीणा समेत दो-तीन अन्यों के खिलाफ मारपीट कर हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। मृतक युवक श्यामलाल उर्फ देवकिशन ओड़ (32) जोधपुर में मजदूरी करता था तथा शनिवार शाम को जोधपुर से वह ओर उसका भाई रामचन्द्र बस से कोटा पहुंचे थे। उसके बाद रामचन्द्र तो नान्ता में उसके ससुराल चला गया तथा मृतक श्यामलाल अटरू में बुआ के यहां जाने की कहकर रवाना हुआ था। मृतक अद्र्धनग्न अवस्था में मिला था। बाद में पुलिस अधिकारियों व एफएसएल टीम ने मौका निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्र किए। इस मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उप अधीक्षक ओमेन्द्र ङ्क्षसह शेखावत ने बताया कि रविवार तडक़े करीब 3 बजे बरानी गांव में एक अज्ञात युवक से मारपीट की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो महावीर मीणा के मकान के बाहर युवक बेहोशी की हालत में मिला। युवक को अस्पताल पहुंचाया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाकर रविवार सुबह उसकी शिनाख्तगी के प्रयास शुरू किए। दिन में उसकी पहचान बारां के नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के हरिपुरा गांव निवासी श्यामलाल उर्फ देवकिशन ओड़ के रुप में हुई। युवक के परिजन मजदूरी के लिए जोधपुर जिले में होने की जानकारी मिली। उसकी मौत की सूचना के बारे में परिजनों को सूचना दी गई। पोस्टमार्टम कराकर मृतक का शव रखा है। परिजनों के जोधपुर से पहुंचने के बाद शव सौंपा जाएगा। मृतक के भाई की रिपोर्ट पर महावीर मीणा व अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार श्यामलाल शनिवार देर रात गांव के बाहर बने महावीर मीणा के मकान में घुस गया। वहां लोगों ने बंधक बनाकर उससे मारपीट की। फिर बेहोशी की हालत में उसे घर के बाहर छोड़ दिया।
अटरू जाने की कहकर कोटा से आया था सदर थाना प्रभारी हीरालाल पूनिया ने बताया कि मृतक श्यामलाल उर्फ देवकिशन भी परिजनों के साथ जोधपुर में मजदूरी करता था। वह शनिवार को उसके भाई रामचन्द्र के साथ बस से जोधपुर से कोटा आया था। रामचन्द्र तो कोटा पहुंचने के बाद ससुराल नान्ता चला गया। श्यामलाल अटरू में बुआ के यहां जाने की बोलकर रवाना हुआ था। उसके बाद वह बरानी गांव में मृत मिला। बुआ के लडक़े भीमराज ने रामचन्द्र को श्यामलाल की मारपीट से मौत होने की सूचना दी।