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ऐसे तो कैसे उभरेगी घाटे से रोडवेज, औचक जांच में मिली गड़बड़ी
कवाई. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों की कमी होने का मुख्य कारण अगर देखा जाए तो रुट पर पर्याप्त रेवेन्यू नहीं मिलना बताया जाता है। फिर भले ही चाहे बस का परिचालक ही उसे पूरी तरह बगैर टिकट चल रहा हो। हालांकि रोडवेज इसके लिए समय-समय पर जांच करता है। गुरुवार को बारां से छीपाबड़ौद जा रही बस में जांच के दौरान 25 में से 15 यात्री बिना टिकट मिले। जब जांच अधिकारी ने परिचालक से पोस मशीन लेनी चाही तो उसने छीनाछपटी की। इसकी शिकायत जांच अधिकारी ने बारां डिपो और मुख्यालय को फोन से दे दी है।
यह है मामला
ऐसा ही एक मामला गुरुवार को बारां-अकलेरा नेशनल हाइवे पर देखा गया। यहां बारां से छीपाबड़ौद जा रही एक रोडवेज बस को रुटीन चैकअप के दौरान जांचा गया। इस दौरान बस में सवार 25 यात्रियों में से केवल 10 के पास ही टिकट मिले, बाकी 15 यात्री बिना टिकट थे। रुटीन चैकअप कर रहे अधिकारी ने परिचालक से मशीन लेकर जब रिमार्क लगाना चाहा तो परिचालक ने उसके साथ छीनाछपटी कर पोस मशीन को ही छीन लिया। इस पर जांच अधिकारी डिपो के भंडार निरीक्षक चतुर्भुज मालव ने बारां प्रबंधक एवं जयपुर मुख्यालय को फोन कर शिकायत दर्ज करवाई है।
रूटीन जांच के दौरान हुआ यह वाकया
प्राप्त जानकारी के अनुसार बारां को अकलेरा से जोडऩे वाले नेशनल हाइवे 90 पर छीपाबड़ौद व अकलेरा को लिए बारां डिपो की बसों का संचालन होता है। गुरुवार को सुबह बारां से छीपाबड़ौद जाने वाली एक रोडवेज बस को रुटीन चैकअप किया गया। इस दौरान बारां डिपो में कार्यरत भंडार निरीक्षक चतुर्भुज मालव ने जब बस को अदानी फाटक के समीप रोककर चैक किया। इस दौरान बस में 25 सवारियां थी। इनमें से 10 के पास ही टिकट थे। पूछताछ करने पर पता चला कि यात्रियों ने परिचालक को किराया भी दे दिया था। परिचालक ने ही टिकट नहीं काटे। ऐसे में मालव ने जब परिचालक से मशीन लेकर उसमें रिमार्क लगाना चाहा तो परिचालक ने उनसे अभद्रता की और मशीन को छीन लिया गया। 10 मिनट तक दोनों में बहस होती रही। मालव ने इसकी शिकायत फोन से मुख्यालय और बारां डिपो को की। इसके बाद बस को रवाना कर दिया गया।
पोस मशीन पर रिमार्क लगाने से रोका
भंडार निरीक्षक चतुर्भुज मालव ने बताया कि बस मैं निरीक्षण के दौरान करीब 25 सवारी मौजूद थीं। इसमें से 10 के पास ही टिकट मिले बाकी 14 15 सवारियां बिना टिकट के यात्रा कर रही थी पूछताछ में कंडक्टर द्वारा उनसे किराया भी वसूल लिया था। इस पर बस के परिचालक भागप्रकाश ने मशीन में रिमार्क नहीं लगाने दिया गया।
यात्री भार की कमी, नहीं बढ़ पा रही बसें
जिस रोड पर दिन भर में कई निजी बसों का संचालन होता हो। वहीं राजस्थान रोडवेज की गिनी चुनी बसें नजर आती है। इसका मुख्य कारण इस रूट पर विभाग को यात्री भार कम मिलना बताया जाता है। ऐसे में निजी बस चालकों द्वारा भी मन मुताबिक अधिक किराया वसूलने का मौका मिल जाता है। सरकार द्वारा वृद्ध जनों एवं महिलाओं के लिए भी किराए में विशेष छूट दी जाती है, रोडवेज बस नहीं होने से इसका भी पात्र लोगों को फायदा नहीं मिल रहा।
बारां से छीपाबड़ौद जाते समय जयपुर डिपो की बस को कवाई के समीप भंडार निरीक्षक चतुर्भुज मालव ने चैक किया। इसमें अधिकतम सवारियां बगैर टिकट थी। इसकी रिपोर्ट बनाकर अधिकारी ने दे दी है। मेरे स्तर पर भी अग्रिम कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट जयपुर कार्रवाई के लिए भेज दी गई है। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर परिचालक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
योगेंद्र, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज डिपो बारां
Updated on:
11 Dec 2025 10:49 pm
Published on:
11 Dec 2025 10:48 pm
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