
यह कैसी परेशानी, बिजली मिले ना पानी
बारां. शहर में पेयजल आपूर्ति के समय आए दिन बिजली बंद होने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे बारिश के दिनों में भी लोगों को 15- 20 मिनट ही पानी मिल रहा है। पर्याप्त पानी नहीं मिलने तथा आए दिन जलापूर्ति के समय निर्धारित घोषित कटौती के अलावा भी अघोषित रूप से बिजली बंद किए जाने से लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा है। शहर में रविवार सुबह भी विभिन्न इलाकों में पेयजलापूर्ति के समय बिजली बंद की गई। वहीं, विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों का कहना है कि निगम की ओर से सुबह की नियमित कटौती के अलावा बिजली बंद नहीं की जाती है। एक साथ किसी क्षेत्र में बड़ी संख्या में मोटरे चालू होने से लाइनों पर लोड बढ़ रहा है तथा लोड बढऩे से ट्रांसफार्मर से फ्यूज उड़ जाता है। इससे बिजली चालू होते ही 5-10 मिनट में बिजली वापस बंद हो जाती है।
इस तरह हो रही समस्या
शहर में सुबह साढ़े छह बजे से टंकियों से जलापूर्ति शुरू की जाती है। इस समय आधा घंटे साढ़े छह से सात बजे तक टेल क्षेत्र व ऊंचाई वाले इलाकों में प्रेशर से पानी पहुंचने के लिए बिजली कटौती किए जाने की व्यवस्था की हुई है। सात बजे बाद बिजली आपूर्ति शुरू की जाती है तथा इसके बाद मोटर चलाकर लोग घरों में पानी का इंतजाम कर लेते है। लेकिन जलदाय विभाग की ओर से कई बार सुबह साढ़े छह के करीब 10-15 मिनट बाद टंकियों के वॉल्व खोले जाते है। इससे बिना बिजली के पानी लेने वालों को 15-20 मिनट ही पानी मिलता है। उसके बाद बिजली चालू करने का समय तय है, लेकिन देरी से बिजली चालू की जा रही है। इससे मोटर चलाकर पानी लेने वालों को भी पूरा पानी नहीं मिल रहा है।
तीन दिनों से आए दिन बिजली बंद
शहर के तेलफैक्ट्री, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, दंडोतिया की बाड़ी, नाइयों की बाड़ी आदि पटरी पार क्षेत्र में तो पिछले तीन दिनों से 10-5 मिनट ही पानी मिल रहा है। लोगों ने वॉल्व मैन से शिकायत की तो उसने आमापुरा में नवनिर्मित पम्पहाउस चालू नहीं होने तक इस तरह कम पानी मिलने की बात कही। लोगों का कहना है कि 8 जुलाई को सुबह सात बजे बिजली आने के कुछ देर बाद ही बंद कर दी गई। इससे थोड़ी देर पानी मिला। 9 जुलाई को तो बिल्कुल भी पानी नहीं दिया गया। वहीं, रविवार को भी 5-10 मिनट ही पानी दिया गया। इसी तरह सब्जीमंडी, चौमुखा बाजार समेत पुराने बारां शहर में भी जलापूर्ति के समय सात बजे बाद भी बिजली बंद की जा रही है। शनिवार को देरी से आपूर्ति की गई। रविवार को ईद का त्योहार होने के बाद भी सुबह दस मिनट तक बिजली बंद कर दी गई।
-रविवार सुबह तो 132 केवी जीएसएस पर जम्पर जल गया था। इससे दो बार बिजली बंद करनी पड़ी थी। अक्सर सुबह सात बजे बिजली चालू करते ही एक साथ मोटरे चालू होती है तो लोड बढऩे से ट्रांसफार्मर का फ्यूज उड़ जाता है। फिर सूचना मिलने तथा उसे दुरूस्त करने में समय लग जाता है। लोगों को बिजली आने के कुद देर बाद मोटर चालू करना चाहिए।
-पंकज सक्सेना, एईएन, विद्युत वितरण निगम
-पर्याप्त पानी का स्टोरेज नहीं होने से कुछ इलाकों में दिक्कत आ रही है। इसके बाद तेलफैक्ट्री क्षेत्र में भी एक-दो दिन में यह समस्या हल हो जाएगी।
-सीपी मीणा, जेईएन, जलदाय विभाग
Published on:
11 Jul 2022 08:57 pm
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