इनको किया गिरफ्तार पुलिस ने घटना के 36 घंटे बाद ही घटना का खुलासा करते हुए दोनों आरोपी जीजा सहित पत्नी सत्यनारायण पुत्र चतुर्भुज 47 निवासी सीमलिया, गुड्डी बाई पत्नी धर्मराज 35 निवासी बारां को गिरफ्तार किया है।
ऐसे हुआ खुलासा जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि शव पर मिले चोट के निशान पर आशंका हुई तो मृतक की पत्नी से बारां जाकर पूछताछ की गई। मृतक की पत्नी से जानकारी लेने पर पता लगा कि वह कुछ छुपा रही है। मृतक की 12 वर्षीय बालिका से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके पापा के पास किसी का फोन आया था और उन्हें उनको चारमूर्ति चौराहे पर बुलाया था। जिला विशेष टीम आसपास के एरिया पर लगातार नजर रख 10-12 घण्टे के सीसीटीवी फुटेज चैक किए तो फुटेज में मृतक एक व्यक्ति के साथ मोटरसाइकिल पर जाता नजर आया। बाइव वाले की पहचान सीमलिया निवासी सत्यनारायण के रूप में हुई। यह मृतक का रिश्ते में साढ़ू लगता था। टीम ने तकनीकी विश्लेषण कर तुरन्त सत्यनारायण बैरवा को राउण्डअप किया। जब उससे कडाई से पूछताछ की तो उसने धर्मराज की हत्या करना कबूल किया।
ये रहे हत्या के कारण मृतक की पत्नी गुड्डी बाई रिश्ते में आरोपी सत्यनारायण की साली लगती है। गुड्डी बाई का शादी पहले से ही आरोपी सत्यनारायण से प्रेम प्रंसग चल रहा था। मृतक धर्मराज गुड्डीबाई से आए दिन शराब पीकर लडाई झगडा व मारपीट करता था। गुड्डीबाई ने यह बात अपने प्रेमी सत्यनारायण को बता रखी थी। सत्यनारायण इस बात से दुखी व परेशान था। तंग आकर गुड्डीबाई ने पति को मारने के लिए सत्यनारायण के साथ मिलकर साजिश रची।
ऐसे दिया घटना को अंजाम हत्या करने का कारण पर मुल्जिम सत्यनारायण ने पुछताछ पर बताया कि जब वह धर्मराज को मोटरसाइकिल पर लाया तो उसने बीच रास्ते में बाइक रोककर मृतक को शराब पिलाई। इससे मृतक नशे में हो गया। उसके बाद आरोपी ने उसे ड्रेन में धक्का दे दिया। सत्यनारायण ने पास के पडे पत्थर से मृतक के सिर पर तीन-चार बार प्रहार किया। इससे मृतक का सिर पूरी तरह फट गया व मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गयी।
ये है पूरा घटनाक्रम मोलकी गांव के पास ड्रेन में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना पर थानाधिकारी मय जाप्ता के मौके पर पहुंचे। वहां देखा कि शव के सिर पर गम्भीर चोट के निशान थे। मृतक की जेब में मिली पर्ची के आधार पर उसकी पहचान धर्मराज बैरवा निवासी बारां के रूप में हुई। प्रथम ²ष्टया मामला हत्या का लग रहा था। मृतक के परिजन घटना स्थल पर आए तथा पहचान की। मृतक के भाई जोधराज बैरवा पुत्र लटूरलाल निवासी शाहाबाद दरवाजा ने थाना कोतवाली पर हत्या का मामला दर्ज करवाया।
इनकी अहम भूमिका मामले का पटाक्षेप करने में दिग्विजय थाना अधिकारी अंता, सत्येंद्र हैड कांस्टेबल, मनीष, आकाश, शहाबुद्दीन, विक्रांत, वीरेन्द्र, महावीर कॉन्स्टेबल की अहम भूमिका रही।