
बरेली। शहर में साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन ठगी का ऐसा हाईटेक जाल बिछाया कि रामपुर गार्डन निवासी एक युवक 94 लाख रुपये की अपनी मेहनत की कमाई गँवा बैठा। इंस्टाग्राम पर चमकदार विज्ञापन, भारी मुनाफे के दावे और व्हाट्सएप चैट से ठगों ने कदम–दर–कदम जाल बिछाकर युवक को करोड़ों के सपने दिखाए और लाखों की रकम उड़ाकर फरार हो गए।
पीड़ित पंकज पुत्र देवी प्रसाद इंस्टाग्राम स्क्रोल कर रहे थे, तभी उनकी नजर एक 'सुरक्षित' और 'हाई रिटर्न' बताने वाले ट्रेडिंग ऐप के विज्ञापन पर पड़ी। ऐप का इंटरफेस प्रोफेशनल दिखा और ठगों ने इसे रेगुलेटेड बताकर विश्वास पक्का कर दिया। पंकज ने ऐप डाउनलोड किया और इसी के साथ ठगी की पटकथा शुरू हो गई। कुछ ही देर बाद तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से व्हाट्सएप पर चैट आने लगी। खुद को ट्रेडिंग एक्सपर्ट बताने वाले साइबर अपराधियों ने भारी मुनाफे के स्क्रीनशॉट और लाइव ग्राफ दिखाकर उन्हें निवेश के लिए उकसाया। कथित "ट्रेडिंग गाइड" हर मिनट मुनाफा बढ़ने का आश्वासन देते रहे, जिससे पीड़ित का भरोसा और गहराता गया।
लालच और विश्वास के मिश्रण में पंकज ने कुल नौ ट्रांजेक्शन कर लगभग 94 लाख रुपये ऐप में जमा कर दिए। कुछ ही घंटों में ऐप पर बड़े-बड़े रिटर्न दिखने लगे। स्क्रीन पर करोड़ों की इन्वेस्टमेंट वैल्यू चमक रही थी। लेकिन जैसे ही पंकज ने अपनी रकम निकालने की कोशिश की, लेकिन ट्रांजेक्शन फेल का मैसेज आने लगा। यहां से ठगों की असली चाल सामने आई। व्हाट्सएप पर दोबारा संपर्क करने पर आरोपियों ने सिक्योरिटी फीस, अकाउंट अनलॉक चार्ज और क्लियरेंस टैक्स के नाम पर और पैसे जमा करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इसी पर पीड़ित को शंका हुई और उन्होंने सभी नंबर ब्लॉक कर दिए।
घबराए पंकज ने साइबर क्राइम थाने में पूरे मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। साइबर सेल ने मामला दर्ज कर ठगों के मोबाइल नंबर, भुगतान चैनलों और ऐप की तकनीकी जांच शुरू कर दी है। यह घटना एक बार फिर चेतावनी देती है कि सोशल मीडिया पर दिखने वाले आकर्षक ट्रेडिंग ऑफर और भारी मुनाफे की गारंटी अक्सर साइबर ठगों का जाल होते हैं।
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Published on:
05 Dec 2025 12:26 pm
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