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बॉर्न बेबी फोल्ड से अपहृत आरुष ढाई साल बाद बरामद, महिला और उसका प्रेमी सिपाही गिरफ्तार, जाने क्यों किया था अपहरण

बरेली। बॉर्न बेबी फोल्ड से अपहरण किए गए बच्चे को ढाई साल बाद एएचटीयू व सर्विलांस टीम ने बरामद कर लिया। एक महिला और उसके प्रेमी सिपाही को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को जेल भेज दिया गया, जबकि बच्चे को आर्य समाज अनाथालय भेजा है।

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सिपाही ने आरुष को छुपाने के लिए ले लिया था वीआरएस

एसपी क्राइम मुकेश कुमार ने बताया कि 26 मार्च 2021 को सिविल लाइन स्थित बोर्न बेबी फोल्ड से आरुष नाम के बच्चे को किला के मोहल्ला खन्नू निवासी अनु चंद्रा अपहरण कर ले गई थी। इस मामले में बोर्न बेबी फोल्ड की प्रियरोज एडमंड ने कोतवाली में अनुचंद्रा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। विवेचना के दौरान पता चला कि अनुचंद्रा के साथ अपहरण कांड में सिपाही इकबाल सिंह निवासी निघासन (लखीमपुर खीरी) हाल निवासी चंद्रपुरम पटेल विहार सुभाषनगर भी शामिल है। जिसने कुछ समय पहले वीआरएस ले लिया। काफी छानबीन के बाद भी आरोपी महिला और बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा। कुछ समय बाद मामला पुलिस ऑफिस स्थित एएचटीयू (ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) को भेज दिया गया। इंस्पेक्टर हरिवीर आरूष की तलाश में जुट गए। शुक्रवार को इंस्पेक्टर हरिवीर ने टीम के साथ बरेली जंक्शन के पास हनुमान मंदिर के पास दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर बच्चा बरामद कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया, जबकि बच्चे को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां से बच्चे को आर्य समाज अनाथालय भेज दिया गया है।

बच्चे को अलग-अलग जगह पर छुपाकर रख रहे थे आरोपी

पुलिस को पूछताछ में अनुचंद्रा ने बताया कि वह बॉर्न बेबी फोल्ड में बच्चे की देखभाल करती थी। इसी दौरान उसे बच्चे से बेहद प्यार हो गया और वह उसे अपने साथ रखना चाहती थी। इसके लिए उसने बॉर्न बेबी फोल्ड में एक प्रार्थना पत्र भी दिया था। लेकिन उसे बच्चा नहीं दिया गया। उसको डर था कि यह बच्चा कभी न कभी किसी और को दे दिया जाएगा। इसी वजह से अनुचंद्रा और इकबाल सिंह ने एक राय होकर बच्चे का अपहरण कर लिया और उसे अलग-अलग जगह पर अपने साथ रखने लगे।