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जाकिर नाइक के ब्रेनवॉश मॉडल पर चला अब्दुल मजीद का धर्मांतरण गैंग, लैंडलाइन नंबरों से पूरे देश में फैला धर्मांतरण नेटवर्क

धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद पुलिस की गिरफ्त में है। यह सरगना जाकिर नाइक के ब्रेनवॉश मॉडल पर ही काम करता था। मजीद ने अपनी बहन आयशा का निकाह जयपुर के इंजीनियर पीयूष पंवार से कराया।

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जाकिर नाइक के ब्रेनवॉश मॉडल पर चला अब्दुल मजीद का धर्मांतरण गैंग

बरेली। धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद पुलिस की गिरफ्त में है। यह सरगना जाकिर नाइक के ब्रेनवॉश मॉडल पर ही काम करता था। मजीद ने अपनी बहन आयशा का निकाह जयपुर के इंजीनियर पीयूष पंवार से कराया। पीयूष को पहले बेनवॉश कर मोहम्मद अली बनाया गया, फिर धर्मांतरण गैंग में शामिल कर लिया गया।

मदरसे से शुरू, सोशल मीडिया तक फैला नेटवर्क

भुता के फैजनगर का मदरसा संचालक अब्दुल मजीद पिछले दस साल से धर्मांतरण का खेल खेल रहा था। पुलिस की जांच में सामने आया कि उसका नेटवर्क देश के 13 राज्यों में फैला है। कॉल डिटेल्स में 15 लैंडलाइन नंबर मिले हैं, जिनसे वह लगातार संपर्क में रहता था। लैंडलाइन नंबर ज्यादातर संस्थानों या धार्मिक संगठनों के हैं, जिससे साफ है कि गिरोह का कनेक्शन सुनियोजित था।

आगरा कनेक्शन: बहनोई भी गैंग में

आगरा में पकड़े गए धर्मांतरण गिरोह से भी अब्दुल मजीद का लिंक जुड़ चुका है। जयपुर का इंजीनियर पीयूष पंवार उर्फ मोहम्मद अली दरअसल मजीद का बहनोई है। पीयूष को मजीद ने अपनी बहन आयशा से ऑनलाइन मिलवाया, ब्रेनवॉश किया और फिर निकाह करा दिया। इसके बाद पीयूष भी गैंग का हिस्सा बन गया और धर्मांतरण कराने लगा।

दो शादियों और चंदे से चल रहा था खेल

जांच में खुलासा हुआ है कि सरगना अब्दुल मजीद खुद दो शादियां कर चुका है। उसकी दूसरी पत्नी से एक बच्चा भी है। पुलिस ने पाया है कि गैंग चंदा इकट्ठा कर धर्मांतरण की गतिविधियों को अंजाम देता था। ट्रैवल हिस्ट्री में भी कई राज्यों की यात्राएं दर्ज हैं।

सोशल मीडिया व उर्दू चैट से सक्रियता का सबूत

मजीद गैंग न केवल मदरसों बल्कि सोशल मीडिया पर भी एक्टिव था। आयशा और पीयूष की ऑनलाइन मुलाकात इसका बड़ा सबूत है। पुलिस को मिले दस्तावेज और चैट ज्यादातर उर्दू में हैं। गिरोह के सदस्य वाट्सएप पर उर्दू में बातचीत करते थे। पुलिस अब अनुवादकों की मदद से इन चैट्स की जांच कर रही है।

करेली और अन्य परिवार भी धर्मांतरण के शिकार

जांच में यह भी सामने आया कि गैंग ने करेली के एक परिवार का धर्मांतरण कराया था। गणित शिक्षक ब्रजपाल को अब्दुल्ला बनाकर उसकी बहन और मां तक का धर्मांतरण करा दिया गया। परिवार फिलहाल गांव छोड़कर फरार है। पुलिस उन्हें सरकारी गवाह बनाने की तैयारी में है।

गिरफ्तारियां और फरार आरोपी

मंगलवार को पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों – अब्दुल मजीद, सलमान, फहीम और आरिफ – को गिरफ्तार किया। महमूद बेग नाम का आरोपी अब भी फरार है। पुलिस कई अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और जल्द ही नई गिरफ्तारियों की संभावना है।