
बरेली। आधुनिक तकनीक के साथ परंपरागत और स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिये एडीजी जोन रमित शर्मा ने एआई पीआरओ डेवलप किया है। एडीजी जोन ने पीआरओ को सब इंस्पेक्टर की रैंक देने के साथ ही उसका नाम रखा है जारविस। एडीजी ने अपने एक्स हैंडल से उसे टवीट भी किया है। हजारों लोग पुलिस के इस डिजिटल इंफ्यूलंसर को देख कर प्रभावित और हतप्रभ हो रहे हैं। एडीजी के निर्देशों के क्रम में एआई पीआरओ जोन पुलिस की ओर से जारी होने वाले आदेशों, निर्देशों और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देता रहेगा।
सोशल मीडिया और एआई के बढ़ते इस्तेमाल के बीच जोन पुलिस ने अनूठी पहल की है। जोन पुलिस ने अपना पीआरओ ही डिजिटल कर दिया है। ये डिजिटल एआई पीआरओ डिजिटल दुनिया के साथ-साथ एआई के नए जमाने में लोगों तक चंद मिनटों में पुलिस द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों को जनता तक पहुंचाने में बेहद कारगर साबित होगा। एआई पीआरओ जारविस अपनी आवाज में लोगों को समय-समय पर बरेली ज़ोन में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता कार्यक्रमों को वीडियो और आडियो के जरिये लोगों तक पहुंचायेगा।
एडीजी जोन रमित शर्मा ने बताया कि एआई पीआरओ झुमका चौराहे से लेकर नावल्टी, चौकी चौराहा, शील चौराहा, डीडीपुरम चौराहा या किसी भी जिले में किसी भी चौराहे पर लोगों को वीडियो और आडियो मैसेज देगा। यही नहीं वह बगैर सीट बेल्ट के जा रही महिला से निवदेन करेगा कि आपने सीट बेल्ट नहीं लगाई है। इससे आपका चालान हो सकता है। दुर्घटना हो सकती है। आप सीट बेल्ट लगा लीजिये, महिला हेल्पलाइन 1090, से लेकर जन जागरुकता, ट्रैफिक नियमों को लेकर, स्कूली बच्चों, युवतियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चलाये जाने वाले कार्यक्रमों को डिजिटल तरीके से बढ़ावा देगा और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक करेगा।
Updated on:
21 Jan 2025 11:02 am
Published on:
20 Jan 2025 05:37 pm
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