
Video: जुलूस-ए-मोहम्मदी में नहीं शामिल होंगी डीजे वाली अंजुमन
बरेली। शहर में 21 नवंबर को जुलूस-ए-मोहम्मदी का आयोजन किया जाएगा। जुलूस-ए-मोहम्मदी में करीब 185 अंजुमन शामिल होंगी। इस बार डीजे वाली अंजुमनों को जुलूस-ए-मोहम्मदी में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। मस्जिद से एलान और जनसेवा टीम की अपील के बाद आयोजक कासिम कश्मीरी ने भी एलान कर दिया है कि इस बार जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे वाली अंजुमनों को शामिल नहीं किया जाएगा।
डीजे नहीं बजेगा
अंजुमन ए खुद्दाम ए रसूल के अध्यक्ष क़ासिम कश्मीरी ने कहा कि 21 नवम्बर को निकलने वाले जुलूस ए मोहम्मदी में डीजे वाली अंजुमनों को शामिल नहीं किया जाएगा। इस बार डीजे या तेज़ आवाज़ वाली अंजुमनों पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारे आक़ा की यौमे पैदाईश के मौके पर खुशियां मनाने के लिये जुलूस ए मोहम्मदी हर साल बरेली में निकाला जाता हैं जिसमें नये शहर की 135 और पुराने शहर की 50 अंजुमन शामिल होती हैं। जिसमें बड़ी तादात में लोग शामिल होते हैं। अंजुमनों की तैयारियों की बैठक इसी सप्ताह की जाएगी और जुलूस के लिए जो नियम जारी किए जाएंगे उन्ही के मुताबिक़ ही शांति-सौहार्द के साथ जुलूस निकाला जाएगा।
गरीबों की मदद करो
जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खाँ वारसी ने अंजुमनों से अपील करते हुए कहा कि जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे लेकर न आए और डीजे पर खर्च होने वाली रकम को गरीबों पर खर्च करें। क्योकि पैगम्बर ए इस्लाम ने हम सबको सच्चे दीन का रास्ता दिखाया हैं और बेसहाराओं एवं मज़बूरो की मदद करने की सीख दी हैं।उन्होंने कहा कि इस मौके पर मस्जिदों, घरों और गलियों को सजाओ, साफ सफ़ाई रखो, घरों में नबी की आमद पर झण्डे लगाओ,एक दूसरे को मुबारक़बाद दो और ज़रूरतमंदों की मदद करो।
Published on:
11 Nov 2018 12:21 pm
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