
बरेली। नगर निगम में कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ियां विवादों के घेरे में हैं। नगर निगम के अधिकारी नियुक्ति प्रक्रिया, योग्यता और अनुभव की जांच कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, वहीं ऑपरेटर तैनात करने वाली एजेंसी ने इस जांच को ही गलत ठहराया है। उसने नगर आयुक्त पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं।
कई ऑपरेटरों को हिंदी टाइपिंग का मूल ज्ञान भी नहीं था। नियुक्ति के समय टेस्ट की प्रक्रिया सिर्फ कागजों पर पूरी की गई थी। गूगल की मदद से जैसे-तैसे काम चलाने वाले ऑपरेटर टेस्ट में फेल हो गए हैं। नगर निगम में कंप्यूटर ऑपरेटरों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ियों ने प्रशासन और एजेंसी के बीच विवाद पैदा कर दिया है। जांच पूरी होने पर ही यह तय हो सकेगा कि कौन दोषी है और किसे कुर्सी पर बने रहने का अधिकार मिलेगा।
नगर निगम ने ऑपरेटरों की हिंदी और अंग्रेजी टाइपिंग की जांच कराई है। एक समिति इस पर रिपोर्ट तैयार कर रही है। अधिकारियों ने साफ किया है कि रिपोर्ट के आधार पर योग्य और अयोग्य ऑपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिन ऑपरेटरों को सांठगांठ कर नौकरी दी गई थी, अब उनकी योग्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं। टेस्ट रिपोर्ट के बाद इनकी नौकरी पर संकट मंडरा रहा है। जानकारों का कहना है कि पूर्व अधिकारियों ने अपने लाभ के लिए नियमों को ताक पर रखकर नियुक्तियां करवाई थीं।
Published on:
24 Dec 2024 06:40 pm
बड़ी खबरें
View Allबरेली
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
