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यूपी के बड़े बिल्डर को बीडीए ने किया डिबार, 44 करोड़ की ग्रेटर बरेली परियोजना में की ये लापरवाही

बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की प्रमुख आवासीय योजना ग्रेटर बरेली में लापरवाही और आदेशों की अनदेखी करने पर कार्यदायी एजेंसी सूरज बिल्डर्स को डिबार कर दिया गया है।

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बरेली। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की प्रमुख आवासीय योजना ग्रेटर बरेली में लापरवाही और आदेशों की अनदेखी करने पर कार्यदायी एजेंसी सूरज बिल्डर्स को डिबार कर दिया गया है। यह कार्रवाई 44 करोड़ रुपये की परियोजना में कार्य में देरी और अनुशासनहीनता के कारण की गई। बीडीए ने अन्य लापरवाह एजेंसियों पर भी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।

ग्रेटर बरेली योजना का ड्रीम प्रोजेक्ट

ग्रेटर बरेली आवासीय योजना, रामगंगा नगर आवासीय योजना के बाद बीडीए का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके सेक्टर-2 में सीवर, नाली और जलापूर्ति जैसे बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लखनऊ स्थित सूरज बिल्डर्स को ठेका दिया गया था।

लापरवाही और अनुशासनहीनता का आरोप

बीडीए के एक्सईएन एपीएन सिंह के अनुसार, एजेंसी को ठेके के तहत दिए गए काम को समय पर शुरू करना था। हालांकि, बार-बार दी गई नोटिसों के बावजूद एजेंसी ने न तो काम शुरू किया और न ही संतोषजनक उत्तर दिया।

एजेंसी पर आरोप:

  1. काम में देरी: बार-बार निर्देश दिए जाने के बावजूद परियोजना में अत्यधिक विलंब।
  2. निविदा शर्तों का उल्लंघन: सीवर, नाली और जल आपूर्ति जैसे कार्यों में लापरवाही।
  3. बहानेबाजी: एजेंसी के कर्मचारी साइट पर आने और काम शुरू करने से बचते रहे।

डिबार की कार्रवाई और आगे की योजना

44 करोड़ रुपये की इस परियोजना में बार-बार चेतावनी के बावजूद सुधार न होने पर बीडीए ने एजेंसी को डिबार कर दिया। बीडीए अधिकारियों ने बताया कि कई अन्य फर्मों को भी चिन्हित कर लिया गया है, और उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है। इस कदम के जरिए प्राधिकरण यह सुनिश्चित करना चाहता है कि महत्वपूर्ण परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता बनी रहे। अधिकारियों ने संकेत दिया कि भविष्य में ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे, जो शर्तों का पालन नहीं करते हैं।