
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली में हुई हिंसा ने अब सियासी रंग ले लिया है। हिंसा पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए गुरुवार को बरेली आने वाले भीम आर्मी प्रमुख और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद को सहारनपुर पुलिस ने उनके आवास पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया। प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर उन्हें घर से बाहर निकलने से रोक दिया।
चंद्रशेखर का बरेली दौरा तय था और उनके स्वागत के लिए समर्थक बहेड़ी और भोजीपुरा टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में जुटे थे, लेकिन हाउस अरेस्ट की खबर मिलते ही उनमें मायूसी छा गई। इससे पहले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद और पूर्व सांसद दानिश अली को भी प्रशासन ने नजरबंद किया था। भीम आर्मी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि सरकार सच को दबाने की कोशिश कर रही है। संगठन ने चेतावनी दी कि समाज के हक की लड़ाई किसी भी कीमत पर रोकी नहीं जा सकती। वहीं, चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया पर लिखा हम न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे।
आजाद समाज पार्टी के बरेली जिला अध्यक्ष मनोज सागर ने इस कार्रवाई को सरकार का तानाशाही रवैया बताते हुए कहा कि यह मौलिक अधिकारों का हनन है। उनका कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष केवल पीड़ित परिवारों से मिलने आ रहे थे, जो किसी भी नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। गौरतलब है कि बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर अभियान के समर्थन में निकाले गए जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई थी। पुलिस अब तक कई गिरफ्तारियां कर चुकी है और इस्लामिक मूवमेंट फॉर कम्युनिटी (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा भी हिरासत में हैं।
Published on:
02 Oct 2025 02:14 pm
बड़ी खबरें
View Allबरेली
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
