
बरेली। केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाए जाने से संबंधित बिल के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस ने बरेली में जोरदार और आक्रामक प्रदर्शन किया। चौकी चौराहे पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क जाम करने की कोशिश की। हालात बिगड़ते देख कोतवाली पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कई कांग्रेसजनों को हिरासत में लेकर थाने पहुंचा दिया।
इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने चौकी चौराहा स्थित गांधी पार्क में धरना दिया और केंद्र की एनडीए सरकार पर लोकतंत्र को कुचलने के गंभीर आरोप लगाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाना केवल प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि देश की विचारधारा और विरासत पर सीधा हमला है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार पूरी तरह तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ ईडी द्वारा लगाए गए आरोपों को अदालत द्वारा खारिज किए जाने के बावजूद, केंद्र सरकार बदले की भावना से उनके खिलाफ नई कार्रवाई की साजिश रच रही है।
कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी के जिलाध्यक्ष अशफाक सकलैनी को सिरौली में अवैध रूप से हाउस अरेस्ट कर रखा गया है। उनका मोबाइल फोन बंद है और उनसे किसी भी प्रकार का संपर्क नहीं हो पा रहा, जो खुली राजनीतिक दमनकारी कार्रवाई का उदाहरण है।
कांग्रेस के उग्र प्रदर्शन और पुलिस की सख्ती के चलते चौकी चौराहे पर लंबे समय तक यातायात व्यवस्था चरमरा गई। प्रदर्शन के दौरान माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण बना रहा। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने जनविरोधी और तानाशाही फैसले वापस नहीं लिए, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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Published on:
18 Dec 2025 04:08 pm
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