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आय से अधिक संपत्ति : सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर पर करोड़ों की काली कमाई, एफआईआर

सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर करोड़ों की काली कमाई में फंस गये हैं। शासन के आदेश पर विजिलेंस थाने में उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।

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बरेली। सिंचाई विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर करोड़ों की काली कमाई में फंस गये हैं। शासन के आदेश पर विजिलेंस थाने में उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। विजिलेंस के बरेली सेक्टर से इसकी विवेचना की जा रही है। मामले में सिचाई विभाग के रिटायर्ड अधीक्षण अभियंता का जेल जाना तय है।

शाही के रहने वाले रिटायर्ड इंजीनियर

शाही के रहने वाले रिटायर्ड इंजीनियर देवराज के खिलाफ विजिलेंस ने जांच शुरू की। जांच में पता लगा कि नौकरी और अन्य स्रोतों से उन्होंने 2 करोड़ 31 लाख 52 हजार 094 रुपये अर्जित किए थे, जबकि उनकी संपत्ति और व्यय 3 करोड़ 33 लाख 29 हजार 987 रुपये का आकलन किया गया। विजिलेंस टीम ने देवराज से पूछा कि आमदनी और खर्च में 1 करोड़ 1 लाख 77 हजार 893 रुपये अधिक हैं। एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कहां से आई। इसको लेकर उन्हें नोटिस जारी किया गया, लेकिन वह इसका जवाब नहीं दे पाये। इसके बाद उनके खिलाफ जांच में भ्रष्टाचार की पुष्टि होने पर रिपोर्ट विजिलेंस मुख्यालय भेज दी गई।

शासन के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा

बंद जांच में आरोप साबित होने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधन 2018) की धारा 13 (1) (बी) और 13(2) के तहत रिटायर्ड इंजीनियर देवराज के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में केस दर्ज किया गया है। देवराज बरेली में ग्राम कुल्छा (शाही), तहसील मीरगंज के निवासी है। विजिलेंस सेक्टर के इंस्पेक्टर अरविंद सिंह की ओर से विजिलेंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। रिटायर्ड इंजीनियर से उनकी आमदनी के स्रोतों के बारे में नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की जायेगी। इसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई होगी। बहरहाल इस मामले में रिटायर्ड इंजीनियर का बचना काफी मुश्किल नजर आ रहा है।


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