25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आयोग के आदेश बेअसर, तहसीलदार ने एबीएसए और लेखपाल पर कराया मुकदमा दर्ज, जानें मामला

बरेली। मीरगंज में तैनात एबीएसए अमन गुप्ता और लेखपाल अनिल कुमार ने चुनाव आयोग और डीएम रविंद्र कुमार के आदेशों को हवा में उड़ा दिया। सात मई को मीरगंज में मतदान है, लेकिन मीरगंज के राजेंद्र प्रसाद इंटर कॉलेज पर मतदाताओं के लिए कोई भी सूचना अंकित नहीं की गई। इसकी वजह से मतदाताओं को काफी असुविधा होगी।    

2 min read
Google source verification
vsvsvsdvsdv.png

एसडीएम ने निरीक्षण के दौरान बड़ी लापरवाही पकड़ी। इसके बाद एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार आशीष कुमार सिंह ने लेखपाल और एबीएसए के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज कराया है।

इंटर कालेज को प्रशासन ने बनाया है मतदान केंद्र, लेकिन अभी तक नहीं लिखी कोई सूचना

लोकसभा चुनाव में बरेली की मीरगंज विधानसभा में सात मई को मतदान है। इसके लिए मतदान केन्द्रों और मतदेय स्थलों को चिन्हित कर उन पर लिखा जा रहा है। इसकी सूचना मतदाताओं को भेजी जा रही है। जिससे वह मतदान के दिन वहां पहुंचकर अपना वोट डाल सकें। चुनाव आयोग के आदेश के क्रम में डीएम ने सभी को कड़े निर्देश जारी किये थे। 9 मार्च 2024 एबीएसए मीरगंज और सभी लेखपालों को निर्देशित किया गया था। इसके बावजूद अभी तक मीरगंज के राजेन्द्र प्रसाद इन्टर कालेज मतदेय स्थल के बाहर कोई सूचना नहीं लिखी गई।

बूथ पर नहीं थीं मतदाताओं को मिलने वाली न्यूनतम सुविधाएं, एबीएसए बोले मेरा ट्रांसफर हो गया

इसी के साथ कुछ बूथ में एएमएफ (मतदाता केंद्र पर न्यूनतम सुविधा)संबंधी कई अन्य व्यवस्थाओं में भी कमियां थी। ऐसे में बार-बार निर्देश दिये जाने के बाबजूद लापरवाही होने पर एबीएसए मीरगंज अमन गुप्ता और लेखपाल अनिल कुमार के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा-134 में मुकदमा दर्ज किया गया है। एबीएसए अमन गुप्ता ने बताया कि मेरा ट्रांसफर बुलंदशहर हो गया है। 11 मार्च को तौसीफ अहमद को चार्ज देकर रिलीव हो गया हूं। इसके बाद राजेश कुमार को तैनाती दी गई है। डीएम का आदेश मुझे नहीं मिला। मेरे स्तर से कोई लापरवाही नहीं हुई है। वर्तमान एबीएसए की जिम्मेदारी है। लेखपाल अनिल कुमार ने बताया कि मेरे द्वारा मतदान संबंधी सूचनाएं राजेंद्र प्रसाद इंटर कॉलेज के मेन गेट से लेकर अंदर कई जगह अंकित कराई गईं हैं। फोटोग्राफ तहसील के ग्रुप पर भेजे थे। एफआईआर क्यों हुई जानकारी नहीं है।