scriptelephant attack: नेपाल से आए जंगली हाथी नहीं आए काबू में, वन विभाग की कोशिश जारी | elephant attack : Wild elephants not controlled by forest department | Patrika News

elephant attack: नेपाल से आए जंगली हाथी नहीं आए काबू में, वन विभाग की कोशिश जारी

locationबरेलीPublished: Jul 06, 2019 02:06:13 pm

Submitted by:

jitendra verma

वन विभाग की पहली कोशिश यही है कि हाथियों को खदेड़ कर वापस नेपाल के जंगलों में भेजा जाए।
elephant attack में अब तक तीन की हो चुकी है मौत

elephant attack:

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बरेली। नेपाल से रास्ता भटक कर बरेली पहुँचे दोनों जंगली हाथियों ने अब शहर की तरफ रुख कर दिया है। इस समय हाथी शहर से 20 किलोमीटर दूर मीरगंज क्षेत्र में है।वन विभाग की कई टीम हाथियों पर नजर बनाए हुए है। यहां आपको बता दे कि हाथी अब तक एक वन रक्षक समेत तीन लोगों की जान ले चुके है। Elephant attack में वन रक्षक की मौत के बाद वन विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। वन विभाग की कोशिश है कि हाथियों को वापस नेपाल के जंगल में खदेड़ दिया जाए।
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Wild elephants not controlled by forest department
भीड़ देख कर भड़क रहे हाथी

नेपाल के जंगल से भटक कर आए दोनों हाथी नर है और इनमें से बड़ा वाला हाथी ही लोगों पर हमला कर रहा है। वह विभाग के अफसरों की माने तो भीड़ देखकर हाथी भड़क रहे हैं और वो Elephant attack आत्मरक्षा में लोगों पर हमला कर रहे हैं।
Wild elephants not controlled by forest department
पीलीभीत के रास्ते पहुँचे बरेली

पड़ोसी देश नेपाल के जंगल से पीलीभीत टाइगर रिज़र्व का क्षेत्र सटा हुआ है। ऐसे में अक्सर नेपाली हाथी व वन्य जीवों का इधर उधर आना जाना लगा रहता है। नेपाल से हाथियों का झुंड भी शारदा नदी पार कर पीलीभीत के जंगल में पहुँच गए। इनमे से दो हाथी झुंड से बिछड़ गए जिन्हें पीलीभीत के अमरिया क्षेत्र में पहली बार देखा गया था। जिसके बाद ये हाथी बरेली पहुँच गए और बरेली और रामपुर में अब तक तीन लोगों की जान ले चुके हैं।
हाथियों को खदेड़ने को लगी कई टीम

elephant attack में वन रक्षक की मौत के बाद अब पूरा वन विभाग का अमला सतर्क हो गया है और हाथी को खदेड़ने के लिए कई टीमें प्रयास कर रही हैं। हाथियों को खदेड़ने के लिए दुधवा के जंगल से हाथी भी मंगाए गए है। हाथियों को बेहोश कर भी ले जाया जा सकता है लेकिन इसके विशेषज्ञ उत्तर प्रदेश में नहीं है इस लिए वन विभाग की पहली कोशिश यही है कि हाथियों को खदेड़ कर वापस नेपाल के जंगलों में भेजा जाए।
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