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ट्रैक्टर के नाम पर 7.5 लाख की ठगी, फैक्ट्री में लगाने का झांसा देकर ट्रैक्टर भी बेच डाला, डीआईजी के आदेश पर हुई एफआईआर

बिथरी चैनपुर इलाके में एक शख्स से ट्रैक्टर खरीदवाकर बैंक से लोन कराया गया और फिर उसका ट्रैक्टर गायब कर दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि उसके ही जानकारों ने मिलकर न सिर्फ लोन दिलवाया बल्कि बाद में ट्रैक्टर किसी और को बेच दिया। मामला थाने पहुंचा लेकिन वहां भी समझौते का दबाव बनाया गया।

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बरेली। बिथरी चैनपुर इलाके में एक शख्स से ट्रैक्टर खरीदवाकर बैंक से लोन कराया गया और फिर उसका ट्रैक्टर गायब कर दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि उसके ही जानकारों ने मिलकर न सिर्फ लोन दिलवाया बल्कि बाद में ट्रैक्टर किसी और को बेच दिया। मामला थाने पहुंचा लेकिन वहां भी समझौते का दबाव बनाया गया।

बिथरी चैनपुर के गांव बहादुर पुर निवासी गंगादीन ने बताया कि उसके जानकार अनिल सिंह ने उसे कहा कि वो ट्रैक्टर खरीद ले और अपनी फैक्ट्री में किराए पर लगा दे। अनिल पर भरोसा करके युवक ने 18 अगस्त 2022 को फार्म ट्रैक ट्रैक्टर खरीदने के लिए पीलीभीत रोड स्थित गुरु नानक इंटरप्राइजेज के मालिक सतेन्द्र पाल सिंह से सौदा तय किया।

7.50 लाख में हुआ था सौदा, 2.50 लाख दिए नगद

कुल 7.50 लाख की कीमत पर सौदा तय हुआ। इसमें से 2.50 लाख रुपये युवक ने नगद जमा कर दिए और बाकी 5 लाख रुपये के लिए बैंक से लोन की फाइल तैयार की गई। आरोप है कि इस दौरान इन्वॉइस, इंजन और चेचिस नंबर फर्जी तैयार किए गए और लोन के कागजों पर हस्ताक्षर कराकर रकम सीधे फर्म के खाते में ट्रांसफर करा ली गई। 22 अगस्त को बैंक कर्मचारी युवक के घर पहुंचे, फोटो खींचे, जमानती के तौर पर उसकी मां का अंगूठा भी लगवाया और कहा कि लोन मंजूर हो गया है। इसके बाद युवक ने ट्रैक्टर अनिल की फैक्ट्री में लगा दिया।

ट्रैक्टर लेने एजेंसी पहुंचे पीड़िता को दी धमकी

25 अगस्त को सतेन्द्र पाल सिंह अपने तीन साथियों के साथ फैक्ट्री पहुंचा और कहा कि ट्रैक्टर में कुछ कमी है, उसे वापस एजेंसी ले जाना होगा। युवक ने ट्रैक्टर दे दिया, लेकिन जब कई दिन बाद ट्रैक्टर मांगा तो टालमटोल शुरू हो गई। 3 सितंबर को जब युवक एजेंसी पहुंचा तो साफ मना कर दिया गया और धमकी भरे अंदाज में कहा गया कि तेरा पैसा खा गए हैं और ट्रैक्टर भी 23 अगस्त को बबलू नाम के किसी व्यक्ति को बेच दिया है, अब जो करना है कर लो।

डीआईजी के आदेश पर मुकदमा दर्ज

धोखाधड़ी का एहसास होने पर युवक थाने पहुंचा लेकिन वहां पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय विपक्षी से समझौता कराने का दबाव बनाया। कहा गया कि लोन निस्तारित कर देंगे और जमा रकम भी लौटा दी जाएगी। अब तक न तो लोन खत्म हुआ और न ही पैसा वापस मिला। युवक का आरोप है कि जिन लोगों ने उससे ठगी की, उन्होंने औरों के साथ भी ऐसा ही खेल किया है और अब अपनी फर्म भी बंद कर दी है। पीड़ित ने इस मामले में डीआईजी अजय साहनी से शिकायत की, डीआईजी के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।


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