
बरेली। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर जिले की गिरती रैंकिंग और हजारों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ को लेकर डीएम अविनाश सिंह ने बुधवार को सख्त रुख अपनाया। समाज कल्याण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की पूर्वदशम व दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजनाओं की समीक्षा के दौरान डीएम ने साफ कहा कि डाटा फॉरवर्ड न होने की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम ने चेताया कि छात्रवृत्ति का डाटा समय से फॉरवर्ड न होने के कारण न सिर्फ सीएम डैशबोर्ड पर जिले की रैंक प्रभावित हो रही है, बल्कि जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति से वंचित होने का गंभीर खतरा भी पैदा हो गया है। उन्होंने इसे छात्रों के भविष्य से सीधा खिलवाड़ करार दिया।
डीएम ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिए कि छात्रवृत्ति से संबंधित डाटा फीडिंग और फॉरवर्डिंग के लिए शिफ्टवार ड्यूटी तत्काल लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुबह और देर रात पोर्टल पर लोड कम रहता है, ऐसे में उन्हीं समयों में विशेष रूप से कार्य कराया जाए, ताकि लंबित डाटा शीघ्र निस्तारित हो सके। समीक्षा के दौरान बरेली कॉलेज की छात्रवृत्ति डाटा फीडिंग की स्थिति अत्यंत खराब पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को तेजी से कार्य करने और तत्काल सुधार लाने के निर्देश दिए।
विद्यालयवार पेंडिंग आवेदनों की गहन समीक्षा के बाद जिलाधिकारी ने दो टूक कहा कि 24 दिसंबर की रात्रि तक हर हाल में सभी लंबित आवेदनों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि समयसीमा का उल्लंघन करने वाले विद्यालयों और अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी देवयानी, अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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Updated on:
16 Dec 2025 08:38 pm
Published on:
16 Dec 2025 08:29 pm
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