सीबीगंज थाने के दरोगा इंस्पेक्टर समेत कई जांच के घेरे में एसएसपी ने तत्कालीन इंस्पेक्टर राजबली, दरोगा रत्नेश के अलावा भी सीबीगंज थाने में जाफरी के कई हमदर्द मौजूद हैं। वह आईजीआरएस की शिकायतें दबा लेते थे। छात्र व उनके अभिभावक साल भर से मौखिक, लिखित व आईजीआरएस आदि के माध्यम से जाफरी व कॉलेज प्रबंधन की शिकायतें कर रहे थे। सीबीगंज पुलिस जाफरी से सांठगांठ कर मामले थाने पर ही निपटा रही थी।
विजय शर्मा के खिलाफ सबूत देकर साबित हो गया अपराध शेर अली जाफरी ने एसएसपी अनुराग आर्य से आस्था कंसल्टेंसी के मालिक डॉ. विजय शर्मा को दिए गए धन का ब्योरा सौंपा है। जाफरी ने उसी को ठगी का मास्टरमाइंड बताया है। एसएसपी ने संबंधित रिकॉर्ड एसआईटी को सौंपकर विवेचना में शामिल करने का निर्देश दिया है। अब एसआईटी उसका परीक्षण कर रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस को विजय शर्मा के संबंध में जो ट्रांजेक्शन सौंपा है, वही जाफरी के गले की फांस बन सकता है। दरअसल, धोखाधड़ी व गबन साबित करने के लिए वित्तीय लेनदेन के साक्ष्य की जरूरत होती है, जो बिना किसी अतिरिक्त मेहनत के पुलिस के पास आ गया है। शेर अली जाफरी और विजय शर्मा धोखाधड़ी जालसाजी और फ्रॉड में बराबर के हिस्सेदार है।
जाफरी का बेटा और प्रचार के भी दर्ज होंगे बयान तीन मुकदमे जाफरी, उसके बेटे व खुसरो कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ दर्ज हैं। एक मामला खुसरो कॉलेज के प्राचार्य विश्वनाथ शर्मा की ओर से दर्ज कराया गया है। इस लिहाज से एसआईटी ने पहला नोटिस प्राचार्य को ही जारी किया है। उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे कॉलेज व अन्य आरोपियों से संबंधित रिकॉर्ड लिया जा सकता है। विजय शर्मा के खिलाफ कानूनी शिकंजा शुरू हो गया है। विजय शर्मा मामले में वांटेड है। विजय शर्मा का जेल जाना तय है।