
ताजुशरिया के पहले उर्स का विरोध शुरू, हिंदूवादी संगठनों ने बताई नई परम्परा
बरेली। इस्लामिया मैदान में 9 और 10 जुलाई को होने वाले ताजुशरिया अजहरी मियां के पहले उर्स का विरोध शुरू हो गया है। हिंदूवादी संगठनों शिव सेना और हिन्दू युवा वाहिनी ने इसे नई परम्परा बताते हुए अजहरी मियां के उर्स का विरोध किया है। दोनों संगठनों ने आयोजन पर रोक लगाने की मांग का ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया है। हिन्दू युवा वाहिनी का कहना है कि शिक्षण संस्थानों में इस तरह के आयोजन से छात्रों की पढ़ाई में व्यवधान पड़ता है साथ ही कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है इस लिए नई परम्परा न पड़ने दी जाए।
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लाखों लोग होंगे शामिल
अजहरी मियां के पहले उर्स में शामिल होने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी जायरीन की आमद बरेली में होगी। उर्स की तैयारियों में इंतजामिया कमेटी जुटी हुई है। सात जुलाई से जायरीन की आमद होना शुरु हो जायेगी। आठ से 10 जुलाई तक शहर भर से चादरों के जुलूस दरगाह पर हाजरी देंगे। सभी कार्यक्रम दरगाह ताजुशरिया के सज्जादानशीन व मुफ्ती असजद रजा खां की सदारत में होंगे।
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तैयारियां तेज
उर्स के कार्यक्रम इस्लामिया मैदान में आयोजित किए जाएंगे। जिसकी तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। उर्स में शामिल होने वाले जायरीनों को कोई परेशानी न हो इसके लिए उर्स कमेटी के सदस्यों के नम्बर भी सार्वजनिक किए गए है।किसी भी परेशानी की स्थिति में जायरीन इन हेल्पलाइन नम्बरों पर फोन कर सकते हैं।
Published on:
05 Jul 2019 12:13 pm
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