
बरेली। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से चूरन वाले नोट निकलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में बैंक मैनेजर की तरफ से कैश लोड करने वाली एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है। मैनेजर की माने तो एजेंसी के कर्मचारियों ने एटीएम में नकली नोट लोड किए थे। इसलिए बैंक के मुख्यालय को एजेंसी पर कार्रवाई के लिए लिखा गया है। इस मामले में अब ख़ुफ़िया विभाग भी सक्रिय हो गया है। एटीएम में नकली नोट डालने के पीछे कही कोई बड़ी साजिश तो नहीं इसके चलते एलआईयू ने गोपनीय जांच शुरू कर दी है। बैंक अफसरों, यूनियन के नेताओं और एजेंसी से जानकारी जुटाई है और पूरे सिस्टम को परखा।
मुख्यालय के फैसले का इंतजार
सुभाषनगर में एटीएम से निकले नकली नोट के मामले में बैंक ने रिपोर्ट बनाकर कोलकाता स्थित यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के मुख्यालय भेज दी है। बैंक मैनेजर बच्चन शाह का कहना है कि बैंक से कैश ले जाकर सिक्योरिट्रंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Securitrans India Pvt Ltd) एजेंसी के कर्मचारी कैश एटीएम में लोड करते हैं। जिस एटीएम में नकली नोट लोड किए गए थे। उसमें आखिरी बार 19 अप्रैल को कैश लोड किया गया था। उस दिन एजेंसी के कर्मचारी राहुल मिश्रा ने बैंक आकर छह लाख रुपए लिए थे। बैंक के कैशियर ने कर्मचारी को नोट चेक कर छह लाख रुपए दिए थे। जिसमें 2000 के 100 नोट और 500 के 800 नोट शामिल थे। बैंक मैनेजर ने बताया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय भेजी है। कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने या कंपनी से करार तोड़ने के लिए लिखा गया है। अब इस मामले में आगे की कार्रवाई मुख्यालय को ही करनी है।
क्या था मामला
रविवार को सुभाषनगर के रहने वाले अशोक कुमार पाठक ने सुभाषनगर स्थित यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम से कैश निकाला था। एटीएम से 500-500 के नौ नोट निकले। जिनमें से एक नोट नकली था। जिस पर एक तरफ भारतीय मनोरंजन बैंक ऑफ इंडिया लिखा था तो दूसरी तरफ चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया लिखा हुआ था। इसके बाद शांति बिहार के रहने वाले इंद्र कुमार शुक्ला ने एटीएम से कैश निकाला तो इस बार भी असली नोट के साथ 500 के दो नकली नोट निकले। एटीएम से नकली नोट निकलने के बाद एक ग्राहक ने इसका वीडियो भी बनाया। जिसमें भी नकली नोट निकला। जिसके बाद इन दोनों ग्राहकों ने बैंक में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
Published on:
25 Apr 2018 01:29 pm
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