
धरने पर बैठे जूनियर इंजीनियर (फोटो सोर्स: पत्रिका)
बरेली। लोक निर्माण विभाग में कार्यरत अवर अभियंताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई से नाराज डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के बैनर तले मंडलभर के जूनियर इंजीनियर गुरुवार को धरने पर बैठ गए। कार्यालय परिसर में जुटे सैकड़ों इंजीनियरों ने विभागीय अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कार्रवाई को एकतरफा और पक्षपातपूर्ण बताया।
सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एच.एन. मिश्रा ने कहा कि देवदत्त पचौरी और आशीष यादव के खिलाफ जो कदम उठाए गए हैं, वे तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर लिए गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला तो पूरे प्रदेश के अवर अभियंता इस संघर्ष को उग्र रूप देंगे।
सुबह से ही बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर से आए जूनियर इंजीनियर धरना स्थल पर जुटने लगे। दोपहर तक माहौल गर्म हो गया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन हरकत में आया। अपर नगर मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे इंजीनियरों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक मुख्य अभियंता से कराई गई।
बरेली डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के जिलाध्यक्ष पंकज पचौरी पर विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक रही है। उनके साथ निर्माण खंड के अवर अभियंता आशीष यादव के खिलाफ भी मुख्य अभियंता व जिलाधिकारी ने स्थानांतरण की संस्तुति शासन को भेज दी है। यही नहीं पचौरी के निलंबन के लिए भी प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।
मामला तब और तूल पकड़ गया जब सहायक अभियंता कविता सिंह ने पचौरी के खिलाफ थाना स्तर पर एफआईआर दर्ज कराई। वहीं एक अन्य सहायक अभियंता की शिकायत पर बनी जांच समिति ने भी उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है।
महासंघ का आरोप है कि यह पूरा घटनाक्रम वरिष्ठ अभियंताओं और अवर अभियंताओं के बीच लंबे समय से चल रही तनातनी का नतीजा है। विभागीय कामकाज प्रभावित हो रहा है, लेकिन कार्रवाई सिर्फ एक पक्ष के खिलाफ की जा रही है। धरना स्थल पर मौजूद पदाधिकारियों ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, यदि अधिकारियों ने रुख नहीं बदला तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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Published on:
07 Aug 2025 06:06 pm
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