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अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भाजपा नेताओं के बीच ‘चिट्ठी वार’

बरेली में अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भारतीय जनता पार्टी में घमासान मचा हुआ है।

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बरेली

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Mukesh Kumar

Apr 27, 2018

संतोष गंगवार और उमेश गौतम

बरेली। शहर में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भारतीय जनता पार्टी में घमासान मचा हुआ है। मेयर उमेश गौतम अतिक्रमण अभियान को रोकने के पक्ष में नहीं है तो बरेली के सांसद और केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार अतिक्रमण के लिए प्लानिंग और मंथन करने की बात कह रहे हैं। संतोष गंगवार ने अतिक्रमण अभियान को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर मेयर तक को खत भी लिख डाला है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि ऐसे अभियान का असर सीधे जनप्रतिनिधियों व सरकार पर पड़ता है। इसलिए स्वच्छ भारत अभियान की तरह ही सभी की सहमति से इस अभियान की भी रणनीति तैयार की जाए। वहीं केंद्रीय मंत्री का पत्र वायरल होने के बाद अब उमेश गौतम ने भी केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार को पत्र लिख कर अतिक्रमण अभियान के लिए प्लानिंग करने की बात लिखी गई है।

लगातार जारी है अभियान
उमेश गौतम के मेयर बनने के बाद शहर में लगातार अतिक्रमण अभियान जारी है। शायद ही शहर का कोई ऐसा इलाका हो जहां पर नगर निगम का बुलडोजर न गरजा हो। जहां पर कभी भी अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं चला, उमेश गौतम के कार्यकाल में वहां भी जेसीबी ने अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए। इस अभियान के दौरान किसी रसूख वालों की भी नहीं चल पा रही है। वही अतिक्रमण अभियान को लेकर संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री और मेयर को चिट्ठी लिख दी है। जिसमें कहा गया हैं कि ऐसे अभियानों का असर जनप्रतिनिधियों और सरकारों पर भी पड़ता है।

मेयर का जवाब
वही संतोष गंगवार की चिट्ठी वायरल होने के बाद मेयर उमेश गौतम ने भी संतोष गंगवार को खत लिख दिया है। जिसमें अतिक्रमण अभियान को लेकर प्लानिंग करने की बात कही गई है। मेयर का कहना है कि शहर के लोग अतिक्रमण अभियान के समर्थन में है कुछ लोग ही इसका विरोध कर रहे हैं।

लोकसभा चुनाव से पहले टकरार
अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर छिड़ी रार को लोकसभा चुनाव जोड़कर भी देखा जा रहा है। क्योंकि नगर निगम का तमाम क्षेत्र बरेली लोकसभा का ही हिस्सा है और यहां से संतोष गंगवार सात बार सांसद चुने गए हैं अपनी चिट्ठी में भी उन्होंने ऐसे अभियान असर जनप्रतिनिधियों पर पड़ने की बात लिखी है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कहीं न कही उनके मन में शंका है कि अतिक्रमण अभियान का असर उनके चुनाव पर न पड़े।