
तुलसी मठ के महंत कमलनयन दास (फाइल फोटो)
षड्यंत्र रचकर मठ की संपत्ति में बहन ने तीन करोड़ रुपये का गबन किया
थाने से लेकर पुलिस अफसरों के यहां सुनवाई नहीं होने पर महंत के चेले दिनेश्वर दास कोर्ट की शरण में पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वह बीते 40 वर्ष से तुलसी मठ पर सेवा कार्य कर रहे हैं। मठ के दादा गुरु महंत केशव दास के देहावसान के बाद महंत कमलनयन दास को मठ का उत्तराधिकारी बनाया था। तब से कमलनयन दास के प्रमुख चेला के रूप में वे सेवा कर रहे थे। महंत ने अपने जीवन काल में ही उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। इसके बाद कमलनयन दास की बहन कमला पांडे, नीरज मिश्रा आदि ने आपराधिक षड्यंत्र रचकर मठ की संपत्ति में से तीन करोड़ रुपये का गबन कर लिया।
महंत की मौत के बाद शव को फ्रीजर में रखकर फूलों से ढक दिया गया
महंत ने विरोध किया तो आरोपितों ने उन्हें ऐसी दवाई दे दी जिससे वह बीमार रहने लगे। तय योजना के मुताबिक 25 मई 2022 को महंत को जहर दे दिया। उन्होंने उनसे अपनी जान बचाने की गुहार लगाई। तभी आरोपियों ने मारपीट कर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया। अगले दिन उनकी मौत हो गई। उनके पार्थिव शरीर को फ्रीजर में रखकर फूलों से ढक दिया गया, ताकि जहर के लक्षण दिखाई नहीं दें। थाने से लेकर अफसरों तक मामले में शिकायत की। महंत की हत्या किये जाने की बात कही लेकिन, कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज होने के बाद जांच थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह को मिली। उन्होंने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है।
Published on:
02 Mar 2024 02:23 pm
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