
बरेली। इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी) से मान्यता न होने के बावजूद राजश्री मेडिकल कॉलेज ने बीएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष में सौ विद्यार्थियों का प्रवेश ले लिया। प्रवेश के नाम पर कॉलेज प्रबंधन ने प्रति छात्र डेढ़ लाख रुपये के हिसाब से लगभग डेढ़ करोड़ रुपये वसूल डाले।
सोमवार सुबह नौ बजे से नाराज छात्र–छात्राएं कॉलेज के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। पूरे दिन नारेबाजी होती रही और रात आठ बजे तक प्रदर्शन जारी रहा। छात्रों का आरोप है कि एडमिशन के समय कॉलेज की ओर से मान्यता होने का दावा किया गया था, लेकिन चार महीने बाद पता चला कि स्वीकृति अब तक नहीं मिली है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि यदि 31 दिसंबर तक कॉलेज को आईएनसी से स्वीकृति नहीं मिली, तो उनकी जमा फीस और सारे डॉक्यूमेंट वापस किए जाएं। छात्रों ने चेतावनी दी कि समय रहते मान्यता न मिलने पर उनका सत्र बर्बाद हो जाएगा और भविष्य पर भारी असर पड़ेगा।
रात करीब आठ बजे मौके पर पहुंचे मीरगंज के तहसीलदार आशीष कुमार ने छात्रों से बातचीत की और प्रदर्शन समाप्त कराया। उन्होंने बताया कि कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि 31 दिसंबर तक आईएनसी की स्वीकृति प्राप्त हो जाएगी।
नर्सिंग कॉलेज के प्रधानाचार्य गौरव प्रताप सिंह राठौर ने कहा कि छात्रों को किसी ने भ्रमित कर दिया है। कॉलेज को मान्यता मिलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और 31 दिसंबर तक स्वीकृति मिल जाएगी।
छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज ने उन्हें “अंधेरे में रखकर” एडमिशन कराया और अब भविष्य दांव पर है। इस मुद्दे पर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
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Published on:
09 Dec 2025 11:44 am
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