
बरेली। पुलिस लाइन में बुधवार सुबह दंगा नियंत्रण को लेकर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिसकर्मियों ने दंगाइयों से निपटने की रणनीति का अभ्यास किया। परेड ग्राउंड में अचानक हुए इस अभ्यास में पुलिसकर्मियों ने बलवाईयों को काबू करने, भीड़ नियंत्रण और जवाबी कार्रवाई जैसे अभियानों का प्रदर्शन किया।
होली के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर पुलिस दंगा नियंत्रण अभ्यास किया गया। इस अभ्यास में एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को दंगाइयों की भूमिका निभाने के लिए तैयार किया गया। होली जैसे बड़े त्योहारों पर अराजक तत्वों से निपटने के लिए पुलिस की तैयारी पुख्ता हो, इसके लिए इस तरह की मॉक ड्रिल्स बेहद जरूरी होती हैं। इस अभ्यास से पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और रणनीतिक कौशल का परीक्षण हुआ, जिससे आने वाले दिनों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।
अभ्यास के दौरान पुलिसकर्मियों को दंगाइयों की भूमिका निभाने को कहा गया, जिससे पुलिस की रणनीतिक तैयारियों का आकलन किया जा सके। बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे के नेतृत्व में पुलिस टीम ने पहले दंगाइयों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन दंगाइयों ने उग्र होकर पुलिस पर नारेबाजी और पथराव शुरू कर दिया। जब हालात बेकाबू होने लगे, तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। दंगाइयों ने इसके जवाब में फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। पुलिस की कार्रवाई में एक दंगाई मारा गया, जबकि एक घायल हो गया।
जब पुलिसकर्मियों को पता चला कि यह एक मॉक ड्रिल थी, तो सभी ने राहत की सांस ली। एसएसपी अनुराग आर्य ने अभ्यास का निरीक्षण किया और पुलिस बल की त्वरित प्रतिक्रिया और रणनीति की सराहना की। ड्रिल के दौरान फायर ब्रिगेड की टीम भी तैनात थी ताकि किसी भी आगजनी की स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। अभ्यास के दौरान कुछ पुलिसकर्मी फायरिंग नहीं कर पाए, जिस पर अधिकारियों ने उन्हें और अधिक प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए।
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Updated on:
05 Mar 2025 01:29 pm
Published on:
05 Mar 2025 12:53 pm
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