
बरेली। लोकसभा चुनाव में शिवपाल यादव की नजर समाजवादी पार्टी के बेस वोट बैंक पर है। शिवपाल यादव ने मुस्लिम और यादव वोट बैंक को साधने के लिए समाजवादी पार्टी की ही तर्ज पर पदाधिकारी बनाए है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने जहाँ जिलाध्यक्ष यादव नेता को बनाया है तो महानगर की कमान मुस्लिम के हाथ में दी है। सपा भी लम्बे समय से इसी फार्मूले पर चल रही थी। जिले में सपा की जिला और महानगर इकाई भंग होने के पहले जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव थे जबकि महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद थे। शिवपाल ने भी अपनी पार्टी का जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव को जबकि महानगर अध्य्क्ष डॉक्टर खालिद को बनाया है।
फरहत मियां को मंडल की कमान
शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के वोट बैंक को निशाना बनाते हुए अपने पदाधिकारी बैठाए है। वीरपाल यादव के शिवपाल यादव के साथ जाने के बाद उनका शिवपाल यादव की पार्टी में बड़ा कद है। लखनऊ में होने वाले पार्टी के कार्यक्रमों में वीरपाल मंच पर ही जगह मिलती है। इसी तरह मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने के लिए शिवपाल यादव ने मंडल की कमान फरहत मियां को दी है और उन्हें मंडल प्रभारी बनाया है।
प्रत्याशी भी इसी समीकरण पर
बरेली जिले में लोकसभा की दो सीट है। माना जा रहा है कि बरेली और आंवला लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशी भी शिवपाल इसी समीकरण के तहत उतारेंगे। बरेली लोकसभा क्षेत्र से नवाबगंज नगर पालिका की अध्यक्ष शहला ताहिर की बेटी समन ताहिर और आंवला लोकसभा से वीरपाल सिंह यादव का लोकसभा का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। जहाँ बरेली सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में है तो आंवला में यादव मतदाता किसी भी पार्टी का खेल बिगाड़ सकता है।
Published on:
21 Nov 2018 02:22 pm
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